📍कारगिल | 30 Sep, 2025, 12:50 PM
कारगिल की धरती पहली बार भारतीय सेना के रंगारंग और ऐतिहासिक आयोजन की गवाह बनने जा रही है। सुरु शरद उत्सव (Suru Autumn Carnival 2025) का आयोजन 1 और 2 अक्टूबर को खुम्बुथांग मिलिट्री स्टेशन पर किया जाएगा। इसे 8 माउंटेन डिवीजन की तरफ से आयोजित किया जा रहा है। यह पहला मौका है जब सेना इस तरह का उत्सव स्थानीय लोगों के साथ मनाएगी।
इस कार्निवल का उद्देश्य केवल सांस्कृतिक प्रस्तुतियों तक सीमित नहीं है। इसका मकसद युवाओं को रोजगार, शिक्षा और विकास से जोड़ना है और साथ ही सेना और नागरिकों के बीच भरोसे और भाईचारे को और गहरा करना है।
सेना और नागरिकों के बीच भरोसे का पुल
आयोजन की जानकारी देते हुए लेफ्टिनेंट कर्नल परमजीत सिंह ने लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डेवलपमेंट काउंसिल (LAHDC) कारगिल के चेयरमैन और मुख्य कार्यकारी पार्षद डॉ. मोहम्मद जाफर अखून को औपचारिक निमंत्रण दिया।
डॉ. अखून ने सेना की इस पहल को ऐतिहासिक बताया और कहा कि यह आयोजन नागरिकों और सैनिकों के बीच विश्वास और सहयोग को और मजबूत करेगा। उन्होंने कहा कि यह कार्निवल स्थानीय लोगों के लिए एक साझा मंच बनेगा जहां विकास, संस्कृति और मनोरंजन साथ-साथ होंगे।
रोजगार और जागरूकता का केंद्र
इस आयोजन की सबसे बड़ी खासियत होगी युवाओं के लिए रोजगार और मार्गदर्शन केंद्र। यहां सेना और प्राइवेट सेक्टर में करियर के अवसरों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही पर्यटन, उद्योग, बैंकिंग, हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट्स से जुड़े सरकारी विभाग अपने स्टॉल लगाएंगे। इन स्टॉल्स के जरिए युवाओं और स्थानीय लोगों को सरकारी योजनाओं और अवसरों के बारे में विस्तार से जानकारी मिलेगी।
मनोरंजन और परंपरा का भी पूरा ख्याल
सुरु ऑटम कार्निवल 2025 में मनोरंजन और परंपरा का भी पूरा ख्याल रखा गया है। आयोजन में तीरंदाजी, पतंगबाजी, ड्रॉइंग प्रतियोगिताएं और एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियां होंगी। इसके अलावा, स्थानीय कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और सेना के जैज़ बैंड का प्रदर्शन भी होगा। इन कार्यक्रमों के जरिए कारगिल की समृद्ध संस्कृति और परंपराओं को एक नया मंच मिलेगा।
आयुर्वेद और औषधीय पौधों की देंगे जानकारी
इस ऐतिहासिक आयोजन से ठीक पहले लद्दाख में 10वां आयुर्वेद दिवस भी मनाया गया। 23 सितंबर को स्टेट मेडिसिनल प्लांट बोर्ड ने लेह के सरकारी हाई स्कूल (बॉयज) के बायोलॉजी छात्रों के लिए एक शैक्षणिक यात्रा आयोजित की।
छात्रों ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोवा रिग्पा के ट्रांस-हिमालयन हर्बल गार्डन और सीएसआईआर-आईआईआईएम पालम फार्म का दौरा किया। उन्हें औषधीय पौधों की पहचान, उनके वैज्ञानिक नाम और पारंपरिक चिकित्सा में उनके उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
सीएसआईआर-आईआईआईएम फार्म में छात्रों को आधुनिक खेती की तकनीकों और खासतौर पर केसर की खेती की ट्रेनिंग दी गई। विशेषज्ञों ने बताया कि किस तरह वैज्ञानिक तरीकों से खेती को और बेहतर बनाया जा सकता है। इसके अलावा हर्बेरियम प्रदर्शनी और चित्रों के जरिए छात्रों को लद्दाख की समृद्ध जैव विविधता से अवगत कराया गया।
सेना और जनता की साझेदारी का प्रतीक
सुरु ऑटम कार्निवल 2025 केवल एक सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि सेना और जनता के बीच साझेदारी का प्रतीक है। यह आयोजन कारगिल के लोगों को विकास और अवसरों से जोड़ने का काम करेगा और साथ ही यह दिखाएगा कि भारतीय सेना केवल सीमाओं की सुरक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के साथ मिलकर प्रगति और एकता की राह भी बनाती है।