📍नई दिल्ली | 22 Oct, 2025, 12:17 PM
India-China Sweets Exchange: भारत और चीन के सैनिकों ने इस बार भी लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर दीपावली के मौके पर मिठाइयां बांटकर सद्भावना का संदेश दिया। रक्षा सूत्रों के अनुसार, यह आदान-प्रदान लद्दाख से लेकर सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश तक कई फॉरवर्ड पोस्टों पर हुआ। हालांकि भारतीय सेना या रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस बार मिठाई एक्सचेंज के फोटो नहीं जारी किए गए हैं।
भारतीय सेना और चाइनीज़ पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के बीच यह परंपरा पिछले साल भी निभाई गई थी, जब दोनों सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख के डेपसांग और डेमचोक इलाकों से सफलतापूर्वक डिसएंगेजमेंट यानी वापसी प्रक्रिया पूरी की थी। 2020 में हुई गलवान संघर्ष के दौरान इन इलाकों को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव रहा था।
चीनी दूतावास की प्रवक्ता यू जिंग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “भारत और चीन के सैनिकों ने एलएसी पर दीपावली के अवसर पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया, जो दोनों पक्षों के बीच सौहार्द का प्रतीक है।”
गौरतलब है कि यह परंपरा 2020 में सीमा विवाद शुरू होने के बाद कुछ सालों तक बंद रही थी। लेकिन अब दोनों देशों के बीच सैन्य स्तर की बातचीत और सीमित विश्वास बहाली उपायों के तहत इसे फिर से शुरू किया गया है।
इससे पहले 15 अगस्त के मौके पर भी दोनों देशों के बीच मिठाइयों का आदान-प्रदान हुआ था। लेकिन उस दौरान भी फोटो नहीं जारी किए गए थे। वहीं इस बार भी फोटो जारी नहीं किए गए हैं। वहीं सेना या रक्षा मंत्रालय की तरफ से स्वीट एक्सचेंज को लेकर कोई आधिकारिक बयान भी जारी नहीं किया गया है।
सूत्रों का कहना है कि अमेरिका की टैरिफ वॉर को लेकर चल रहे गतिरोध के चलते इस बार फोटो नहीं जारी किए गए हैं।
भारतीय सेना ने पिछले साल डेमचोक और डेपसांग क्षेत्रों में लगभग चार साल बाद नियमित गश्त फिर शुरू की थी। इससे सीमा पर 2020 से पहले जैसी स्थिति बहाल हुई। वहीं, गोगरा-हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र से सैनिकों की चौथी चरण की वापसी सितंबर 2022 में पूरी हुई थी, जिसके बाद वार्ताएं कुछ समय के लिए रुकी थीं।
रक्षा मंत्रालय की 2024 की वार्षिक समीक्षा रिपोर्ट में कहा था कि एलएसी पर हालात “स्थिर लेकिन संवेदनशील” बने हुए हैं। इस वर्ष जून में भारत ने चीन के साथ हुई बैठक में सीमा निर्धारण पर स्थायी समाधान की आवश्यकता दोहराई और जटिल मुद्दों को लगातार संवाद और डी-एस्केलेशन रोडमैप के जरिए हल करने पर जोर दिया।