📍नई दिल्ली | 23 Nov, 2025, 12:53 PM
Tejas Mk1 Crash: भारतीय वायुसेना ने साफ कर दिया है कि दुबई एयर शो में हुए तेजस एमके-1 विमान हादसे के बाद भी तेजस फाइटर जेट्स को उड़ान से नहीं रोका जाएगा। हादसे के अगले ही दिन वायुसेना के टॉप सूत्रों ने बताया कि तेजस की सभी सर्विस में मौजूद यूनिट्स सामान्य रूप से उड़ान भरने के लिए क्लियर हैं और कहीं भी ग्राउंडिंग का आदेश जारी नहीं किया गया है।
भारतीय वायुसेना इस समय अपने बेड़े में तेजस एमके-1 के 36 लड़ाकू विमान ऑपरेट करती है। ये सभी विमान तमिलनाडु के सुलूर एयर बेस पर स्थित दो स्क्वॉड्रनों में तैनात हैं। हादसे के बाद किसी भी ऑपरेशनल फ्लाइट को रद्द नहीं किया गया है। (Tejas Mk1 Crash)
यहां तक कि दुबई एयर शो में क्रैश के बाद भी भारतीय वायुसेना ने तेजस एमके-1 की टेस्ट फ्लाइट भी की, जो ग्वालियर से लेकर झांसी की कई बार की गई। सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने इवैल्यूएशन के लिए 18 हजार फीट पर तेजस एमके-1 की टेस्टिंग की गई। (Tejas Mk1 Crash)
दुबई एयर शो में हुए इस दर्दनाक हादसे में विंग कमांडर नमंश स्याल की मौत हो गई थी। वह तेजस एमके-1 को एक एरोबेटिक डेमो में उड़ा रहे थे। हादसा तब हुआ जब विमान बेहद कम ऊंचाई पर एक लो-लेवल बैरल रोल मैन्यूवर कर रहा था। वीडियो में देखा गया कि विमान कुछ सेकंड में ही नोजडाइव होकर जमीन से जा टकराया और आग की लपटों में घिर गया। पायलट को इजेक्ट करने का मौका नहीं मिल सका। (Tejas Mk1 Crash)
दुर्घटना के 24 घंटे के भीतर ही भारतीय वायुसेना ने विंग कमांडर नमांश स्याल के पार्थिव शरीर को विशेष विमान सी-130 से भारत भेजा। पहले पार्थिव शरीर को सुलूर लाया गया जहां पूरी वायुसेना ने उन्हें सैन्य सम्मान दिया। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके गृह क्षेत्र कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश) भेजा गया है, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की तैयारी की गई। (Tejas Mk1 Crash)
तेजस एमके-1 को एचएएल ने बनाया है। इसमें अमेरिकी कंपनी जीई का एफ404 इंजन लगा है। एचएएल अब तक भारतीय वायुसेना को 38 तेजस एमके1 सौंप चुका है, जिनमें से दो विमान अब तक दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। इसके साथ ही तेजस के एडवांस मॉडल एमके-1ए 180 विमानों के ऑर्डर दिए जा चुके हैं, जिनकी डिलिवरी जल्द शुरू होगी। (Tejas Mk1 Crash)
🇮🇳 IAF Brings Home Its Braveheart 🇮🇳
The Indian Air Force has solemnly repatriated the mortal remains of Wing Commander Namansh Syal, who lost his life during an aerial display at the Dubai Air Show 2025.
His remains were flown back to India aboard an IAF C-130, where they were… pic.twitter.com/6wnZJ1ewIH— Raksha Samachar | रक्षा समाचार 🇮🇳 (@RakshaSamachar) November 23, 2025
वायुसेना ने हादसे की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्कवॉयरी गठित कर दी है। यह टीम विमान के फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर, और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर के जरिए जांच करेगी। शुरुआती संकेतों के अनुसार हादसे की वजह कई कारणों से जुड़ी हो सकती है जैसे इंजन फेल्यर, फ्लाय बाय वॉयर सिस्टम में समस्या, या किसी अन्य कंट्रोल सिस्टम में खराबी। जांच पूरी होने के बाद ही सही वजह सामने आएगी। (Tejas Mk1 Crash)
वायुसेना ने कहा कि अभी यह कहना जल्दबाज़ी होगा कि यह दुर्घटना किसी तकनीकी खराबी या मानवीय गलती के कारण हुई। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की अंतिम रिपोर्ट आने के बाद ही यह तय होगा कि हादसे की मूल वजह क्या थी।
दुबई एयर शो में यह हादसा ऐसे समय हुआ जब भारत दुनिया में तेजस के एक्सपोर्ट की संभावनाएं देख रहा है। तेजस ने पिछले सालों में कई अंतरराष्ट्रीय एयर एक्सरसाइज और एयर शो में हिस्सा लिया है, जहां इसके प्रदर्शन को सभी सराहा है। फिलहाल, भारतीय वायुसेना ने स्पष्ट कर दिया है कि तेजस एमके-1 बेड़े पर कोई रोक नहीं लगी है और देश के स्वदेशी फाइटर जेट प्रोग्राम को सुचारु रूप से आगे बढ़ाया जा रहा है। (Tejas Mk1 Crash)
