📍हैदराबाद | 3 Oct, 2025, 6:33 PM
Rajnath Singh on Terrorism: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक, 2019 की बालाकोट एयर स्ट्राइक और 2025 के ऑपरेशन सिंदूर को याद करते हुए कहा कि भारत ने हमेशा अपनी गरिमा और संप्रभुता की रक्षा के लिए निर्णायक कार्रवाई की है।
उन्होंने साफ कहा, “जब पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में हमने कार्रवाई की, तो हमने आतंकियों का धर्म नहीं पूछा। हमने आतंक पर निशाना साधा- न नागरिकों पर, न सैन्य ठिकानों पर।”
हैदराबाद में आयोजित जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन के एक कार्यक्रम में बोलते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ हर बार साफ और निर्णायक रुख अपनाया। उन्होंने बताया कि जब भी देश की गरिमा, सुरक्षा और नागरिकों की जान पर खतरा आया, तब भारत ने कभी समझौता नहीं किया।
IAF Chief एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के 10 फाइटर जेट गिराए। वहीं पाकिस्तान के नैरेटिव को उन्होंने “मनोहर कहानियां” बताया…https://t.co/g6X1qsHLL4#OperationSindoor #IndianAirForce #IAFPressConference #APSingh #F16 #JF17…
— Raksha Samachar | रक्षा समाचार 🇮🇳 (@RakshaSamachar) October 3, 2025
उन्होंने कहा कि 2016 में नियंत्रण रेखा पार कर सर्जिकल स्ट्राइक की गई, 2019 में बालाकोट एयरस्ट्राइक में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया और 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान सीमा पार आतंक के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया गया। इन तीनों ऑपरेशनों ने दिखाया कि भारत किसी भी हमले को बिना जवाब दिए नहीं छोड़ता।
राजनाथ सिंह ने जोर देकर कहा कि इन कार्रवाइयों में भारत ने कभी किसी नागरिक या सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया। बल्कि लक्ष्य केवल आतंक और उसके ढांचे को ध्वस्त करना था।
कार्यक्रम में रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत की बढ़ती सैन्य और आर्थिक शक्ति का उद्देश्य किसी पर दबाव बनाना नहीं, बल्कि अपनी सांस्कृतिक विरासत, अध्यात्मिक परंपराओं और भगवान महावीर द्वारा सिखाए गए मानवीय आदर्शों की रक्षा करना है।
उन्होंने कहा कि भारत शांति में विश्वास करता है, लेकिन सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने देशवासियों को आश्वस्त किया कि भारत अपनी रक्षा क्षमता को आधुनिक बना रहा है ताकि किसी भी चुनौती का सामना किया जा सके।
राजनाथ सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने रक्षा क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है। 2014 में भारत के रक्षा निर्यात लगभग 600 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 24,000 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है।
उन्होंने विश्वास जताया कि 2029 तक भारत के रक्षा निर्यात 50,000 करोड़ रुपये के स्तर को पार कर जाएगा। उन्होंने कहा कि तेजस फाइटर जेट, आकाश मिसाइल सिस्टम और अर्जुन टैंक जैसी स्वदेशी प्रणालियां अब भारतीय सशस्त्र बलों को और मजबूत बना रही हैं।
भारत बन रहा है दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब
रक्षा मंत्री ने कहा, “आज भारत खिलौनों से लेकर टैंक तक सब कुछ बना रहा है। भारत तेजी से दुनिया के मैन्युफैक्चरिंग हब की ओर बढ़ रहा है। वह दिन दूर नहीं जब भारत पूरी दुनिया की फैक्ट्री बन जाएगा।”
उन्होंने हाल ही में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से 97 हल्के लड़ाकू विमान खरीदने के समझौते का जिक्र किया, जिसमें 64 फीसदी से अधिक सामग्री स्वदेशी है। उन्होंने इसे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक अहम कदम बताया।
आर्थिक मोर्चे पर तेजी से उभर रहा भारत
राजनाथ सिंह ने बताया कि भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। 2030 तक भारत का जीडीपी 7.3 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जिससे वह तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की रिपोर्टों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि 2038 तक परचेजिंग पावर पैरिटी (PPP) के आधार पर भारत दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है।