📍दुबई | 21 Nov, 2025, 7:01 PM
Tejas Mk1 crash: दुबई एयर शो 2025 में शुक्रवार दोपहर 3.40 बजे (भारतीय समयानुसार) एक दुखद हादसा हो गया, जब भारतीय वायुसेना का हल्का स्वदेशी फाइटर जेट तेजस एमके-1 फ्लाइंग डिस्प्ले के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस घटना से दुनिया भर के एविएशन एक्सपर्ट्स भी हैरान हैं।
तेजस विमान भारतीय वायुसेना का स्वदेशी रूप से विकसित हल्का लड़ाकू विमान है, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बनाया है। इस विमान का पिछले कई सालों में बेहतरीन उड़ान रिकॉर्ड रहा है और कई अंतरराष्ट्रीय शो में हिस्सा लिया है। लेकिन दुबई में हुई यह दुर्घटना पूरे तेजस कार्यक्रम के लिए एक बड़ा झटका मानी जा रही है। ये तेजस प्रोग्राम का दूसरा क्रैश है। इससे पहला क्रैश मार्च 2024 में जैसलमेर, राजस्थान में हुआ था, जहां पायलट सेफ ईजेक्ट कर गया था।
Tejas Mk1 crash: क्या पायलट डिसऑरिएंटेशन है हादसे की वजह?
दुर्घटना के शुरुआती वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं। वीडियो में साफ दिखता है कि तेजस ऊंचाई से बहुत तेज नोज डाउन एंगल (नाक नीचे झुकाकर गोता) में उतरता दिखाई देता है। यह गोता इतना तेज था कि विमान जमीन से टकराते ही तेज धमाके के साथ आग के गोले में बदल गया। पास में मौजूद सुरक्षा कर्मचारियों ने तुरंत आग बुझाने की कोशिश की और जगह को घेर लिया। अभी तक अनुमान लगाए जा रहे हैं कि यह हादसा पायलट डिसऑरिएंटेशन के चलते हुआ है।
Tejas Mk1 crash: वायुसेना ने जारी किया बयान
भारतीय वायुसेना ने हादसे पर आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि यह घटना बेहद दुखद है। भारतीय वायुसेना ने बताया, “भारतीय वायुसेना इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करती है। दुर्घटना में जान जाने की खबर दुखद है। घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित की जा रही है।”
वीडियो फुटेज के आधार पर कई शुरुआती संकेत मिले हैं, लेकिन जब तक फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर, कॉकपिट रिकॉर्डर, और सभी तकनीकी पैरामीटरों की जांच नहीं होती, तब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता। फिर भी शुरुआती वीडियो देखकर कुछ बातें सामने आई हैं।
IAF: No clarity if pilots ejected or not #dubaiairshow #Defence #Tejas pic.twitter.com/a9QwNgs4bU
— Raksha Samachar | रक्षा समाचार 🇮🇳 (@RakshaSamachar) November 21, 2025
Tejas Mk1 crash: क्या है पहली संभावना
वीडियो में यह साफ दिखता है कि विमान तेजी से नीचे आते समय शायद किसी हाई-एनर्जी टर्न (तेज मोड़) या हाई-जी मैनुवर मैन्यूवर (तेज जी-फोर्स वाले करतब) के दौरान कंट्रोल खो बैठा। तेजस जैसे फ्लाई-बाय-वायर सिस्टम वाले विमान में कंट्रोल कंप्यूटर हैंडल करता है। यदि किसी वजह से सेंसर डेटा गड़बड़ हो जाए या कंट्रोल सरफेस सही काम न करें, तो विमान अचानक तेज गोता लगा सकता है।
तकनीकी गड़बड़ी या इंजन बंद
दूसरी संभावना यह भी मानी जा रही है कि विमान के इंजन या किसी अन्य सिस्टम में अचानक कोई तकनीकी गड़बड़ी आ गई हो। हालांकि हादसे से ठीक पहले के वीडियो में इंजन की आवाज सामान्य सुनाई दे रही है, जिससे इंजन बंद होने यानी फ्लेमआउट की संभावना कम ही मानी जा रही है।
जी-फोर्स के चलते पायलट जी-लॉक?
सूत्रों का कहना है कि तेज जी-फोर्स के चलते पायलट को जी-लॉक (जी-फोर्स इंड्यूस्ड लॉस ऑफ कॉन्शियसनेस) हो सकता है। ऐसे मामलों में पायलट कुछ सेकंड के लिए बेहोश या भ्रमित हो जाता है, और यदि विमान जमीन के बहुत करीब हो तो बचने का समय ही नहीं मिलता।
क्या गर्म मौसम है वजह
दुबई के गर्म और सूखे मौसम में भी उड़ान के दौरान हवा में धूल या गर्म हवा की वजह से विमान के प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है, लेकिन अभी यह कहना जल्दबाजी होगी कि मौसम वजह था या नहीं।
दुर्घटना के तुरंत बाद एयर शो के आयोजकों ने फ्लाइंग प्रोग्राम को अस्थाई रूप से रोक दिया। सुरक्षा टीमें और फायर यूनिट मौके पर पहुंचीं और आग को पूरी तरह काबू में किया। हादसे की जगह को सील कर तकनीकी जांच शुरू कर दी गई है। दुबई प्रशासन और भारतीय वायुसेना मिलकर संयुक्त जांच करेंगे।
तेजस एमके-1 का अब तक रिकॉर्ड बहुत सुरक्षित रहा है। यह विमान कई बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उड़ान प्रदर्शन कर चुका है और इसे दुनिया के हल्के लड़ाकू विमानों में यह भरोसेमंद नाम है।
भारतीय वायुसेना ने यह भी स्पष्ट किया कि हादसे के कारणों पर केवल अनुमान नहीं लगाया जा सकता और सभी तथ्य सामने आने के बाद ही आधिकारिक रिपोर्ट जारी की जाएगी।
दुबई एयर शो में तेजस की भागीदारी भारत की डिफेंस डिप्लोमेसी के लिए महत्वपूर्ण थी। तेजस के कई संभावित विदेशी ग्राहक इस शो में मौजूद थे, और इसका लाइव डिस्प्ले भारत के लिए रणनीतिक रूप से अहम माना जा रहा था।

