📍नई दिल्ली | 10 Oct, 2025, 5:56 PM
Amir Khan Muttaqi India Visit: भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। अफगानिस्तान के कार्यवाहक विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी ने शुक्रवार को भारत में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऐलान किया कि काबुल अब अपने राजनयिकों को नई दिल्ली भेजेगा। यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत ने हाल ही में अपनी तकनीकी मिशन को अपग्रेड कर काबुल में पूर्ण दूतावास बहाल करने का एलान किया है।
मुत्ताकी की यह भारत यात्रा 2021 में तालिबान के सत्ता में आने के बाद किसी वरिष्ठ अफगान नेता की पहली आधिकारिक यात्रा है। इस यात्रा को दोनों देशों के बीच बढ़ते कूटनीतिक रिश्तों का संकेत माना जा रहा है।
Amir Khan Muttaqi India Visit: भारत-अफगान रिश्तों में नई शुरुआत
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुत्ताकी ने कहा, “भारत और अफगानिस्तान के रिश्ते पिछले चार सालों में धीरे-धीरे बेहतर हुए हैं। यह मेरी भारत की पहली यात्रा है। आज तय हुआ है कि भारत भी अपने राजनयिकों को काबुल भेजेगा और हम भी अपने राजनयिकों को नई दिल्ली भेजेंगे।” उन्होंने कहा कि भारत और अफगानिस्तान के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं और अब ये रिश्ते नए स्तर पर पहुंच रहे हैं।
India–Afghanistan Relations | EAM Jaishankar’s Remarks (Oct 10, 2025)
EAM Dr. S. Jaishankar welcomed Afghan FM Amir Khan Muttaqi to India, calling the visit “an important step in advancing our ties and affirming the enduring friendship between India and Afghanistan.”
The meeting… pic.twitter.com/RRP7DIi3ks— Raksha Samachar | रक्षा समाचार 🇮🇳 (@RakshaSamachar) October 10, 2025
उन्होंने कहा कि भारत और अफगानिस्तान दोनों के बीच व्यापारिक, मानवीय और विकास से जुड़े मुद्दों पर सहमति बनी है। मुत्ताकी ने बताया कि उनकी भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बातचीत बेहद सकारात्मक रही, जिसमें स्वास्थ्य, व्यापार और शिक्षा जैसे कई क्षेत्रों में सहयोग को लेकर चर्चा हुई।
Amir Khan Muttaqi India Visit: देवबंद दौरे पर कही ये बात
मुत्ताकी ने अपनी यात्रा के कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के देवबंद का विशेष उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “देवबंद इस्लामी दुनिया का एक बड़ा केंद्र है। अफगानिस्तान का देवबंद से आध्यात्मिक रिश्ता जुड़ा हुआ है। हम चाहते हैं कि हमारे धार्मिक छात्र यहां आकर पढ़ाई करें और दोनों देशों के बीच इस रिश्ते को और मजबूत करें।”
उन्होंने इसे एक “आध्यात्मिक संबंध” बताया जो अफगानिस्तान और भारत के बीच ऐतिहासिक रूप से कायम रहा है। मुत्ताकी शनिवार को देवबंद के उलेमाओं से मुलाकात करेंगे।
Amir Khan Muttaqi India Visit: बगराम एयरबेस पर दिया कड़ा बयान
जब उनसे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान पर सवाल किया गया जिसमें उन्होंने अफगानिस्तान का बगराम एयरबेस दोबारा लेने की बात कही थी, तो मुत्ताकी ने कड़े शब्दों में जवाब दिया। उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान के लोगों ने कभी किसी विदेशी सेना को स्वीकार नहीं किया, और आगे भी नहीं करेंगे। हमारी धरती पर किसी विदेशी सैनिक के लिए कोई जगह नहीं है। अगर कोई देश हमसे रिश्ते रखना चाहता है, तो वह राजनयिक रास्ते से रखे, लेकिन सैन्य वर्दी में नहीं। यह हमारे लिए बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है।”
Amir Khan Muttaqi India Visit: चाबहार बंदरगाह पर बोले मुत्ताकी
व्यापार और कनेक्टिविटी पर बोलते हुए मुत्ताकी ने कहा कि भारत और अफगानिस्तान को मिलकर चाबहार पोर्ट के इस्तेमाल को बढ़ावा देना चाहिए। उन्होंने कहा, “चाबहार एक रणनीतिक मार्ग है। अमेरिका ने कुछ प्रतिबंध लगाए हैं, लेकिन भारत और अफगानिस्तान को संयुक्त रूप से इस मुद्दे पर अमेरिका से बातचीत करनी चाहिए। यह हमारे दोनों देशों की जरूरत है।”
मुत्ताकी ने आगे कहा कि अफगानिस्तान व्यापार के लिए वाघा बॉर्डर को भी खुला देखना चाहता है। उन्होंने पाकिस्तान और भारत से अपील की, “हम अनुरोध करते हैं कि पाकिस्तान और भारत वाघा बॉर्डर बंद न करें, इससे भारत और अफगानिस्तान के बीच व्यापार आसान होगा। व्यापार और राजनीति को अलग रखा जाना चाहिए।”
Amir Khan Muttaqi India Visit: पाकिस्तान और आतंकवाद पर सख्त रुख
जब उनसे पूछा गया कि क्या पाकिस्तान अफगान जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने के लिए कर सकता है, तो मुत्ताकी ने साफ कहा, “यह कभी नहीं हो सकता। अफगानिस्तान की जमीन पर अफगान हुकूमत का पूरा नियंत्रण है। हमारी सरकार मजबूत है और किसी को भी हमारी जमीन इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि अफगानिस्तान ने पिछले चार सालों में शांति हासिल की है। मुत्ताकी के अनुसार, “हमारी जमीन का एक इंच भी किसी के कब्जे में नहीं है। पिछले आठ महीनों में अफगानिस्तान में कोई बड़ा आतंकी हमला नहीं हुआ। अगर हर देश अपने घर में शांति लाए, तो पूरी दुनिया में अमन होगा।”
पाकिस्तान हमलों पर दी प्रतिक्रिया
मुत्ताकी ने हाल ही में काबुल और अन्य इलाकों में हुई कुछ धमाकों पर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि, “हां, मुझे यह जानकारी मिली है कि काबुल में एक विस्फोट की आवाज सुनी गई, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ। सीमा क्षेत्रों में कुछ हमले हुए हैं, जिन्हें हम निंदा करते हैं। हम बातचीत और कूटनीति के लिए दरवाजे खुले रखे हुए हैं।”
उन्होंने पाकिस्तान को अप्रत्यक्ष संदेश देते हुए कहा, “ऐसे कदम ताकत से नहीं सुलझाए जा सकते। इतिहास में जिसने भी अफगानिस्तान से टकराने की कोशिश की, चाहे वह ब्रिटेन हो, रूस या अमेरिका, उसे पछताना पड़ा है।”
महिला अधिकारों पर दी सफाई
जब उनसे महिलाओं की स्थिति पर सवाल पूछा गया तो मुत्ताकी ने कहा कि अफगानिस्तान में अब शांति है, लोग सुरक्षित हैं और महिलाओं के अधिकार सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा, “15 अगस्त 2021 से पहले हर दिन 200–400 लोग मारे जा रहे थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। शांति का माहौल है। जो लोग अफगानिस्तान को लेकर गलत प्रचार करते हैं, वे गलत हैं। हर देश की अपनी परंपराएं और नियम होते हैं, इसका मतलब यह नहीं कि हम अधिकारों से इनकार करते हैं।”
स्वास्थ्य और निवेश पर जोर
मुत्ताकी ने भारत के निवेश और सहयोग की सराहना की। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान चाहता है कि भारतीय कंपनियां वहां अस्पताल, बिजली और खनन जैसे क्षेत्रों में निवेश करें। उन्होंने कहा, “हम भारत के कारोबारियों का स्वागत करते हैं। हमें अस्पतालों, बिजली, खदानों और निर्माण में काम करने वाले लोगों की जरूरत है।”
मुत्ताकी ने कहा कि अफगानिस्तान किसी भी देश के खिलाफ नहीं है और सभी देशों के साथ शांति और सम्मान के साथ रिश्ते चाहता है। उन्होंने कहा, “हमारा भूगोल हमें व्यापार और संपर्क का अवसर देता है। हम भारत के साथ भी अच्छे रिश्ते चाहते हैं और पाकिस्तान के साथ भी। लेकिन यह अकेले हमारे हाथ में नहीं है, इसके लिए सभी पक्षों को आगे आना होगा।”