📍नई दिल्ली/कुआलालंपुर | 31 Oct, 2025, 6:39 PM
India US defence framework pact: भारत और अमेरिका ने शुक्रवार को एक नया रक्षा सहयोग समझौता किया है, जो दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी को और मजबूत करेगा। यह समझौता मलेशिया में आयोजित आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान हुआ। जहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके अमेरिकी समकक्ष पीट हेगसेथ ने दस्तावेज पर दस्तखत किए।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि डिफेंस सेक्टर भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों का प्रमुख स्तंभ रहेगा। उन्होंने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, “कुआलालंपुर में अपने अमेरिकी समकक्ष से उपयोगी बातचीत हुई। हमने नया 10 वर्षीय डिफेंस फ्रेमवर्क साइन किया है। यह समझौता हमारी मजबूत साझेदारी को एक नए युग में ले जाएगा।”
यह तीसरा डिफेंस फ्रेमवर्क है जिसे भारत और अमेरिका ने अब तक साइन किया है। इससे पहले 2005 और 2015 में ऐसे समझौते हो चुके हैं। हर नए समझौते के साथ दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग के दायरे में बढ़ोतरी हुई है।
अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने कहा कि यह समझौता रक्षा उद्योग सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा देगा। उन्होंने X पर लिखा, “हम अपने समन्वय, सूचना साझेदारी और तकनीकी सहयोग को और मजबूत कर रहे हैं। भारत के साथ हमारे रक्षा संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत हैं।”
भारत और अमेरिका के बीच हुआ यह 10 साल का नया रक्षा समझौता दोनों देशों के रिश्तों को एक नई दिशा देगा। इस समझौते का मकसद है कि भारत और अमेरिका अपने रक्षा सहयोग को और मजबूत करें। इसके तहत दोनों देश मिलकर सैन्य अभ्यास, लॉजिस्टिक्स, और क्षमता बढ़ाने पर साथ काम करेंगे।
यह फ्रेमवर्क दोनों देशों की सेनाओं के बीच इंटरऑपरेबिलिटी को बढ़ाएगा और संयुक्त अभियान चलाने में मदद करेगा। इसमें नई तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन्स और साइबर सुरक्षा में भी सहयोग होगा।
दोनों देश इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, स्थिरता और सुरक्षा बढ़ाने के लिए मिलकर काम करेंगे। साथ ही आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई और जानकारी साझा करने में भी साझेदारी करेंगे। यह समझौता क्वाड (भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया) को और मजबूत बनाता है। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के फरवरी 2025 के साझा बयान पर आधारित है, जिसमें इस डिफेंस प्लान की रूपरेखा तय की गई थी।
