Def Secy on Op Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने नहीं खोए राफेल फाइटर जेट, रक्षा सचिव ने कहा- कैप्टन का बयान ‘पूरी तरह गलत’

Defence Secretary on Operation Sindoor: India Did Not Lose Rafale Jets, Says Captain’s Claim 'Absolutely Incorrect'
defence secretary rk singh (Image: PIB)
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रक्षा सचिव आरके सिंह ने कैप्टन शिव कुमार के बयान को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर में अपने राफेल विमानों को नहीं खोया। उन्होंने यह भी साफ किया कि सेना को अपनी रणनीति तय करने और कार्रवाई करने की पूरी आजादी थी। "हमारी सेना ने ऑपरेशन को पूरी तरह से प्रोफेशनल तरीके से अंजाम दिया। यह कहना कि हमें सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने से रोका गया था, गलत है।"
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📍नई दिल्ली | 3 weeks ago

Def Secy on Op Sindoor: रक्षा सचिव आरके सिंह ने सोमवार को स्पष्ट किया कि यह कहना “पूरी तरह गलत” है कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अपने राफेल लड़ाकू विमानों को खोया। उन्होंने यह भी साफ किया कि भारतीय सशस्त्र बलों को युद्ध के दौरान पूरी छूट दी गई थी, और उन पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं था।

सीएनबीसी-टीवी18 को दिए एक विशेष साक्षात्कार में रक्षा सचिव ने कहा, “आपने राफेल विमानों को बहुवचन में इस्तेमाल किया है, मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि यह बिल्कुल गलत है। पाकिस्तान को भारत की तुलना में कई गुना ज्यादा नुकसान हुआ है। हालांकि, उन्होंने भारत को हुए नुकसान के बारे में सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया।

रक्षा सचिव ने यह भी जोर देकर कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं था। उन्होंने कहा, “हमारी सेना को युद्ध में पूरी छूट दी गई थी, और उन पर कोई राजनीतिक दबाव नहीं था। रक्षा सचिव का यह बयान उस विवाद के जवाब में आया है, जो हाल ही में इंडोनेशिया में भारतीय रक्षा अताशे के बयान के बाद शुरू हुआ था।

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क्या कहा था डिफेंस अताशे ने

यह विवाद तब शुरू हुआ जब इंडोनेशिया में भारतीय डिफेंस अताशे कैप्टन शिव कुमार के एक कथित बयान का वीडियो सामने आया। यह वीडियो 29 जून को वायरल हुआ, जिसमें कैप्टन शिव कुमार ने 10 जून को एक प्रोग्राम में कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर के शुरुआती चरण में भारतीय वायुसेना को कुछ विमान खोने पड़े। उन्होंने दावा किया कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि राजनीतिक नेतृत्व ने यह निर्देश दिया था कि पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला नहीं करना है, बल्कि केवल आतंकवादी ठिकानों को ही निशाना बनाना है।

कैप्टन शिव कुमार ने कहा था, “हमें कुछ विमान खोने पड़े और ऐसा केवल इसलिए हुआ क्योंकि राजनीतिक नेतृत्व ने हमें सैन्य ठिकानों या उनके एय़र डिफेंस सिस्टम पर हमला न करने का दबाव डाला था।” कैप्टन शिव कुमार का वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं थीं। कुछ विशेषज्ञों ने सरकार पर सवाल उठाए था कि क्या सेना को पूरी छूट नहीं दी गई थी। वहीं, कुछ ने कैप्टन के बयान को गैर-जिम्मेदाराना करार देते हुए कहा था कि इससे सेना का मनोबल कम हो सकता है।

Def Secy on Op Sindoor: रक्षा सचिव ने बयान को किया खारिज

रक्षा सचिव आरके सिंह ने कैप्टन शिव कुमार के बयान को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर में अपने राफेल विमानों को नहीं खोया। उन्होंने यह भी साफ किया कि सेना को अपनी रणनीति तय करने और कार्रवाई करने की पूरी आजादी थी। “हमारी सेना ने ऑपरेशन को पूरी तरह से प्रोफेशनल तरीके से अंजाम दिया। यह कहना कि हमें सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने से रोका गया था, गलत है।”

रक्षा सचिव ने यह भी बताया कि ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान को भारत की तुलना में कहीं ज्यादा नुकसान हुआ। “पाकिस्तान को भारी नुकसान उठाना पड़ा। हमने 100 से ज्यादा आतंकवादियों को ढेर किया। उन्होंने कहा, यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।”

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बता दें कि भारत ने 7 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। इस हमले में कई निर्दोष नागरिकों की जान गई थी, जिसके बाद भारत ने पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाने का फैसला किया। इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसके बाद चार दिनों तक दोनों देश आमने-सामने थे।

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ये झड़पें 10 मई को तब खत्म हुईं, जब दोनों पक्षों ने डीजीएमओ के जरिए हमले रोकने पर सहमति जताई। इस ऑपरेशन को भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत कदम बताया, जबकि पाकिस्तान ने इसे अपनी संप्रभुता पर हमला करार दिया। ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने दावा किया कि उसने आतंकवादी ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया और कई आतंकवादियों को मार गिराया।

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