📍कारगिल, लद्दाख | 21 Sep, 2025, 8:16 PM
BRO Project Vijayak: बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइजेशन के प्रोजेक्ट विजयक ने 21 सितंबर 2025 को अपना 15वां स्थापना दिवस कारगिल में धूमधाम से मनाया। साल 2010 में शुरू हुए इस प्रोजेक्ट ने बीते पंद्रह वर्षों में लद्दाख के दुर्गम इलाकों को देश की मुख्यधारा से जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई है। इस मौके पर शौर्य, सेवा और इंजीनियरिंग की उत्कृष्टता को सम्मानित किया गया।
प्रोजेक्ट विजयक ने अब तक 1,400 किलोमीटर से अधिक सड़कें और 80 बड़े पुल तैयार और संरक्षित किए हैं। यह निर्माण कार्य दुनिया के सबसे कठिन और ऊंचाई वाले इलाकों में किया गया है, जहां मौसम और भौगोलिक चुनौतियां बेहद कठिन होती हैं।
BRO Project Vijayak: रिकॉर्ड समय में खुला जोजिला दर्रा
अप्रैल 2025 में प्रोजेक्ट विजयक ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की, जब रणनीतिक महत्व वाले जोजिला पास को सर्दियों के बंद होने के सिर्फ 31 दिनों के भीतर खोल दिया गया। इससे लद्दाख और देश के अन्य हिस्सों के बीच लगातार संपर्क सुनिश्चित हुआ। यह काम बीआरओ के इंजीनियरों और मजदूरों की मेहनत और तकनीकी दक्षता का प्रमाण है।
स्थापना दिवस का जश्न कई आयोजनों के साथ मनाया गया। महीने की शुरुआत में लद्दाखी संस्कृति और बीआरओ के योगदान पर आधारित पेंटिंग प्रतियोगिता हुई। 8 सितंबर को कारगिल से द्रास वॉर मेमोरियल तक बाइक रैली निकाली गई, जिसमें देशभक्ति और बलिदान का संदेश दिया गया।
20 सितंबर को आयोजित बड़ाखाना और सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने अधिकारियों, सैनिकों और उनके परिवारों को एक साथ लाकर आपसी संबंधों को मजबूत किया। 21 सितंबर को मुख्य कार्यक्रम हुआ, जिसमें सैनिक सम्मेलन, मंदिर और गुरुद्वारे में विशेष प्रार्थना, और विजयक मेमोरियल का उद्घाटन शामिल रहा। इस स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। समारोह का समापन “पागल जिमखाना” के आयोजन से हुआ, जो बीआरओ की आपसी एकजुटता और भाईचारे का प्रतीक है।
BRO Project Vijayak: मजदूरों के लिए कई कल्याणकारी कदम
प्रोजेक्ट विजयक ने सिर्फ सड़क और पुल नहीं बनाए, बल्कि अपने कामगारों की देखभाल पर भी विशेष ध्यान दिया है। कैजुअल पेड लेबरर्स (CPLs) के लिए सुरक्षित पानी और स्वच्छता वाली इंसुलेटेड शेल्टर, बेहतर विंटर गियर और सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए गए। इसके साथ ही स्वास्थ्य जांच और मेडिकल कैंप भी नियमित रूप से आयोजित किए गए। यह पहल बीआरओ के उस समर्पण को दर्शाती है, जिसमें संगठन अपने हर कर्मचारी को परिवार का हिस्सा मानता है।
भविष्य में प्रोजेक्ट विजयक 1,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले नए इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर काम करेगा। इनमें सड़कों का चौड़ीकरण, पुलों और सुरंगों का निर्माण और ऊंचाई वाले इलाकों में बेहतर संपर्क स्थापित करना शामिल है। इन कार्यों में जियोटेक्सटाइल्स, एडवांस सर्फेसिंग, स्लोप स्टेबिलाइजेशन, डिजिटल मॉनिटरिंग और इको-फ्रेंडली कंस्ट्रक्शन जैसी आधुनिक तकनीकें इस्तेमाल होंगी।
प्रोजेक्ट विजयक न सिर्फ भारतीय सेना की परिचालन क्षमता को बढ़ाता है, बल्कि लद्दाख की आम जनता के जीवन को भी आसान बनाता है। बीआरओ की ये सड़कें और पुल विकास, सुरक्षा और एकता की जीवन रेखा हैं, जो संगठन के इस नारे को सही साबित करती हैं – “कनेक्टिंग प्लेसेज, कनेक्टिंग पीपल।”