रक्षा समाचार WhatsApp Channel Follow US
📍नई दिल्ली | 15 Jul, 2025, 10:33 PM
Agniveer Recruitment: भारतीय सेना ने रचा इतिहास, देश के सबसे दक्षिणी छोर कैंपबेल बे में आयोजित हुई पहली अग्निवीर भर्ती रैली
कैंपबेल बे जैसे दूरस्थ द्वीप पर यह रैली आयोजित करना आसान नहीं था। कैंपबेल बे भारत का सबसे दक्षिणी बसाहट वाला इलाका है, रणनीतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है...
China Stealth Drone: भारत की सीमा से 145 किमी दूर चीन की बड़ी तैयारी, जे-20 फाइटर जेट के साथ तैनात किया ये खास स्टील्थ...
China Stealth Drone: भारत के लिए एक नई चुनौती खड़ी करते हुए चीन ने एलएसी से सटे तिब्बत के शिगात्से एयरबेस पर अपने अत्याधुनिक स्टील्थ कॉम्बैट ड्रोन जीजे-11 शार्प स्वॉर्ड को तैनात किया है।
Astra Mark 2: अब वायुसेना 200 किमी दूर से ही दुश्मन को करेगी ढेर, पढ़ें अस्त्र मार्क-2 कैसे चीनी पीएल-15ई मिसाइलों से है बेहतर
रक्षा मंत्रालय को भेजे गए प्रस्ताव में वायुसेना ने अस्त्र मार्क-2 की 700 यूनिट्स की खरीद की मांग की है। सूत्रों के अनुसार, इस खरीद की स्वीकृति जल्द मिलने की उम्मीद है। इसकी प्रति यूनिट लागत 7-8 करोड़ रुपये होगी, जो एमबीडीए मीटियोर 25 करोड़ रुपये से काफी कम है...
Ex-Servicemen Grant: रक्षा मंत्री का बड़ा फैसला; पूर्व सैनिकों के लिए आर्थिक सहायता हुई दोगुनी, मिलेगी 8,000 रुपये पेंशन और 1 लाख रुपये विवाह...
रक्षा मंत्रालय की तरफ से जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, तीन प्रमुख योजनाओं में 100 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इनमें पेनरी ग्रांट, एजुकेशन ग्रांट और विवाह अनुदान शामिल है। यह सुधार 1 नवंबर 2025 से लागू होंगे...
Pakistan-IS-Khorasan: तालिबान का खुलासा, आईएसआई और पाक सेना चला रही है आईएसआईएस-खोरासान नेटवर्क, ईरान-रूस बम धमाकों में भी हाथ
जबीहुल्ला मुजाहिद ने हाल ही में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ईरान के केरमान शहर में जनवरी 2024 में हुए आत्मघाती हमले और मार्च 2024 में रूस के मॉस्को क्रोकस सिटी हॉल में हुए बम धमाकों की साजिश पाकिस्तान में रची गई थी...
Top 5 Defence Stocks: इस पांच डिफेंस शेयरों पर रखें नजर, सरकार के रक्षा सुधारों का इन कंपनियों को मिलेगा फायदा, जानें टारगेट प्राइस
एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग ने एचएएल को “बॉय” रेटिंग देते हुए इसका टारगेट प्राइस 6,360 रुपये तय किया है। एचएएल को आने वाले वर्षों में सबसे ज्यादा फायदा भारतीय वायुसेना के एक्सपेंशन प्लान से मिल सकता है...
EME Tech Fest 2025: भारतीय सेना ने उद्योग और शिक्षा जगत के साथ मिलाया हाथ, 15 अक्टूबर को है ईएमई कॉर्प्स डे
भारतीय सेना के बेस वर्कशॉप्स को सेना की फैक्ट्रियों की तरह माना जाता है। यहां पर सेना के हथियारों, मशीनों और वाहनों की मरम्मत और देखभाल की जाती है ताकि वे हर समय इस्तेमाल के लिए तैयार रहें...
Bharat Tank India: जोरावर के बाद आ रहा है एक और हल्का टैंक ‘भारत’, 2026 तक हो जाएगा तैयार, जानें खूबियां
‘भारत’ टैंक का वजन करीब 25 टन होगा और इसे ऊंचे व दुर्गम इलाकों में तेजी से चलने लायक बनाया जा रहा है। टैंक में आधुनिक कॉम्पोजिट आर्मर, हाई-टेक इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम्स और मॉड्यूलर विपन सिस्टम लगाया जाएगा...
Commutation of Pension: 15 साल की रिकवरी पॉलिसी के खिलाफ एकजुट हुए पूर्व सैनिक, पेंशन कम्यूटेशन के नियमों पर फिर से हो विचार
कम्यूटेशन ऑफ पेंशन की व्यवस्था 1925 में बनी सिविल पेंशंस (कम्यूटेशन) रूल्स से शुरू हुई थी। इस नियम के तहत, किसी भी सरकारी कर्मचारी को रिटायरमेंट के समय अपनी पेंशन का एक हिस्सा एकमुश्त रकम के रूप में लेने की अनुमति होती है...
Pakistan drone smugglers: भारत-पाक सीमा पर चल रहा है टॉम एंड जेरी! भारतीय एंटी-ड्रोन सिस्टम से कैसे आंख मिचौली खेल रहे हैं पाकिस्तानी ड्रोन
इन ड्रोन में अब ऐसे सेंसर लगे हैं जो जैमिंग या ट्रैकिंग की कोशिशों को पहचान लेते हैं। जैसे ही कोई भारतीय रडार या एंटी-ड्रोन सिस्टम इन्हें निशाना बनाता है, ये सिग्नल लॉस का पता लगाकर ऑटोमैटिक रिटर्न मोड में चले जाते हैं...
India German submarines: सरकार ने फ्रांस का सबमरीन प्रोजेक्ट क्यों दिया जर्मनी को, क्या है प्रोजेक्ट-76 से कनेक्शन, पढ़ें इनसाइड स्टोरी
फ्रेंच स्कॉर्पीन में “ब्लैक बॉक्स टेक्नोलॉजी” यानी कोर सिस्टम्स ट्रांसफर नहीं होता। जबकि टीकेएमएस के साथ भारत को फुल डिजाइन टेक्नोलॉजी ट्रांसफर मिलेगा, यानी मझगांव डॉक को हुल स्ट्रक्चर, प्रोपल्शन लेआउट और डेटा-इंटीग्रेशन पर कंट्रोल मिलेगा...
Lloyds Engineering MoU: लॉयड्स इंजीनियरिंग ने पोलैंड की फ्लायफोकस के साथ किया करार, भारत में मिलकर बनाएंगे एडवांस FPV ड्रोन
लॉयड्स इंजीनियरिंग ने अपने आधिकारिक बयान में बताया कि यह समझौता भारत की डिफेंस टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री को और मजबूत करेगा। एफपीवी ड्रोन अत्याधुनिक अनमैन्ड एरियल व्हीकल (यूएवी) सिस्टम्स हैं, जो रियल-टाइम निगरानी और तेज जवाबी कार्रवाई में यूज किए जाते हैं...
रक्षा समाचार WhatsApp Channel Follow US