back to top

Tag: DRDO

Defence Self-Reliance: डिफेंस प्रोडक्शन में रिकॉर्ड 174 फीसदी की बढ़ोतरी, 193 डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट्स में से 177 भारतीय कंपनियों को

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, करीब 16,000 एमएसएमई अब डिफेंस इंड्स्ट्री को सपोर्ट कर रहे हैं। यही नहीं, अब तक 462 कंपनियों को 788 औद्योगिक लाइसेंस मिल चुके हैं...

laser anti drone system: भारतीय सेना और वायुसेना को मिलेंगे 2 किमी रेंज वाले नए स्वदेशी लेजर एंटी-ड्रोन सिस्टम

यह नया सिस्टम डीआरडीओ के इंटीग्रेटेड ड्रोन डिटेक्शन एंड इंटरडिक्शन सिस्टम (आईडीडीएस) मार्क-2 का अपडेटेड वर्जन है। इसमें 10 किलोवॉट लेजर बीम लगाई गई है...

Explainer DRDO MP-AUV: समझें कैसे समंदर के नीचे बारूदी सुरंगे ढूंढेगा यह स्वदेशी रोबोट, नेवी को मिलेगी बड़ी ताकत

डीआरडीओ का यह नया एमपी-एयूवी आधुनिक तकनीकों से लैस है। इसमें साइड-स्कैन सोनार लगा है, जो पानी के भीतर समुद्र की सतह की डिटेल्ड तस्वीरें बनाता है। सोनार का काम "ध्वनि तरंगों" की मदद से आसपास की चीजों की पहचान करना होता है...

Su-30MKI ASPJ: सुखोई-30 को मिलेगा नया “अदृश्य कवच”, छू भी नहीं पाएंगी दुश्मन की मिसाइलें, स्वदेशी जैमर पॉड के लिए जारी की RFI

सुखोई-30 भारतीय वायुसेना की रीढ़ है और फिलहाल वायुसेना के लगभग 60 फीसदी फाइटर जेट्स इसी कैटेगरी के हैं। यह विमान 2002 से सेवा में है और इसे लगातार अपडेट किया जा रहा है...

IAF World Record: 32,000 फीट की ऊंचाई से जंप कर वायुसेना ने ‘अनजाने’ में बना दिया वर्ल्ड रिकॉर्ड! DRDO के मिलिट्री पैराशूट से लगाई...

जंप के बाद विंग कमांडर विशाल लखेश को अहसास हुआ कि अभी तक किसी भी देश ने 30 हजार फीट की ऊंचाई पर मिलिट्री पैराशूट के जरिए जंप नहीं किया है। यहां तक कि भारतीय सेनाओं में भी इतनी उंचाई से जंप करने का कोई रिकॉर्ड नहीं है...

Swayam Raksha Kavach: DRDO ने शुरू किया तेजस Mk1A के लिए ‘स्वयं रक्षा कवच’ का फ्लाइट ट्रायल, नए 97 जेट्स में होगा इंटीग्रेट

‘स्वयं रक्षा कवच’ सिस्टम तेजस विमान को दुश्मन के रडार, मिसाइल और इलेक्ट्रॉनिक हमलों से बचाने में मदद करेगा। इस सिस्टम में रडार वार्निंग रिसीवर, चाफ और फ्लेयर डिस्पेंसर सिस्टम और जैमर पॉड लगे हैं, जो दुश्मन के रडार सिग्नल को पहचान कर उन्हें जाम कर सकते हैं...

Pakistan Hangor Submarines: अगले साल से पाकिस्तान को मिलेंगी नई हैंगोर क्लास चीनी AIP पनडुब्बियां, भारतीय नौसेना है 7 साल पीछे?

नौसेना के अधिकारियों का मानना है कि भारत की अंडरवाटर फ्लीट में कमी एक गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। चीन के पास फिलहाल 50 से अधिक डीजल-इलेक्ट्रिक और 10 परमाणु पनडुब्बियां हैं, जबकि पाकिस्तान की संख्या भी अब तेजी से बढ़ रही है...

Software Defined Radios: भारतीय सेना अब करेगी इस खास एंटी-जैमिंग प्रूफ रेडियो सिस्टम का इस्तेमाल, बिना टॉवर के होगा कनेक्ट, बातचीत रहेगी सुरक्षित

एसडीआर की मदद से अब एक सैनिक फील्ड में रहते हुए ही कमांड सेंटर से सीधे बात कर सकेगा, ड्रोन से मिली तस्वीरें भेज सकेगा और मिशन डेटा साझा कर सकेगा...

Astra Mk3 Gandiva missile: ‘अर्जुन’ का ‘गांडीव’ करेगा पाकिस्तान के फाइटर जेट्स का शिकार! भारतीय वायुसेना 350 किमी दूर से ही करेगी वार

अस्त्र एमके-3 का सबसे बड़ा फीचर इसका 350 किलोमीटर तक का रेंज है। इतनी लंबी दूरी से वार करने की क्षमता दुनिया की कुछ ही मिसाइलों में होती है। इसकी ताकत का मुख्य कारण इसका एडवांस इंजन है, जिसे सॉलिड फ्यूल डक्टेड रैमजेट तकनीक कहा जाता है...

BrahMos Missile Export: ब्रह्मोस मिसाइल बेचने के लिए इन दो आसियान देशों से चल रही बातचीत, इस साल के आखिर तक फाइनल हो सकती...

दक्षिण-पूर्व एशिया के कई देश इन दिनों में समुद्री विवादों और सुरक्षा चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। चीन के बढ़ते प्रभाव और समुद्री दावों के बीच इन देशों को एक ऐसी मिसाइल सिस्टम की जरूरत थी जो तेज, भरोसेमंद और सटीक हो...

Defence Acquisition Council: डीएसी ने तीनों सेनाओं के लिए 79,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स को दी मंजूरी, वायुसेना को मिलेगा यह घातक सिस्टम

वायुसेना को आटोनोमस अटैक सिस्टम की मंजूरी मिली है। इस सिस्टम की खासियत यह है कि यह ड्रोनों के झुंड में दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को सैचुरेट (बहुत सारे हमलों से ओवरलोड) कर सकता है और सामूहिक हमले यानी कोआर्डिनेटेड स्ट्राइक जैसा माहौल बना सकता है...

Nag ATGM: भारतीय सेना खरीदेगी ‘नाग मार्क-2’ एंटी-टैंक मिसाइलें, आज डीएसी की बैठक में मिल सकती है मंजूरी

जनवरी 2025 में राजस्थान के पोखरण फील्ड रेंज में नाग मार्क-2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया था। इन फील्ड इवैल्यूएशन ट्रायल्स के दौरान मिसाइल ने न्यूनतम और अधिकतम रेंज पर सभी लक्ष्यों को बेहद सटीकता से नष्ट किया...