📍नई दिल्ली | 22 Oct, 2025, 7:00 PM
JAIMEX-2025: भारत और जापान की नौसेनाओं के बीच चल रहा समुद्री अभ्यास जैमेक्स-2025 सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना के आईएनएस सह्याद्री और जापान मेरीटाइम सेल्फ डिफेंस फोर्स के जहाज जेएस आसाही, जेएस ओमी और सबमरीन जिन्रू ने हिस्सा लिया।
भारतीय नौसेना के स्वदेशी शिवालिक-क्लास गाइडेड मिसाइल स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस सह्याद्री ने समुद्री चरण के दौरान कई एडवांस नौसैनिक अभियानों में हिस्सा लिया। इस दौरान एंटी-सबमरीन वारफेयर, मिसाइल डिफेंस ड्रिल, फ्लाइंग ऑपरेशंस और अंडरवे रीप्लेनिशमेंट जैसे ऑपरेशन किए गए। इस अभ्यास से दोनों नौसेनाओं के बीच इंटरऑपरेबिलिटी और संयुक्त मिशनों में सहयोग की क्षमता को मजबूती मिली है।
🚢 #JAIMEX2025 | Japan-India Maritime Exercise 🇮🇳🇯🇵
Indian Naval Ship INS Sahyadri, the indigenously built Shivalik-class Guided Missile Stealth Frigate, participated in the Sea Phase of Japan-India Maritime Exercise (JAIMEX-25) from 16–18 Oct 2025, showcasing naval… pic.twitter.com/RaNfJWFZnr— Raksha Samachar | रक्षा समाचार 🇮🇳 (@RakshaSamachar) October 22, 2025
आईएनएस सह्याद्री 21 अक्टूबर को जापान के योकोसुका पोर्ट पर पहुंचा, जहां हार्बर फेज के दौरान सांस्कृतिक और प्रोफेशनल गतिविधियां आयोजित की गईं। इस चरण में दोनों देशों के नौसैनिक दलों ने क्रॉस-डेक विजिट्स, जॉइंट आपरेशंस प्लान, एक्सपीरिएंस शेयरिंग सेशन और योगा सेशन में हिस्सा लिया। यह युद्धाभ्यास 16 स 18 अक्टूबर तक चला।
भारतीय नौसेना की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, यह अभ्यास 2014 में स्थापित ‘स्पेशल स्ट्रैटेजिक एंड ग्लोबल पार्टनरशिप’ की मजबूती का प्रतीक है। इस साझेदारी का लक्ष्य इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, स्थिरता और खुला समुद्री मार्ग बनाए रखना है।
आईएनएस सह्याद्री की तैनाती लॉन्ग रेंज डिप्लॉयमेंट का हिस्सा है, जिसके तहत भारतीय नौसेना इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोगी देशों के साथ नियमित अभ्यास करती है। 2012 में कमीशन हुआ यह युद्धपोत भारत की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल का प्रतीक है, क्योंकि इसे पूरी तरह भारतीय शिपयार्ड में डिजाइन और निर्मित किया गया है।