📍नई दिल्ली | 12 Nov, 2025, 1:15 PM
Underwater Surveillance: भारतीय रक्षा मंत्रालय ने कल्याणी स्ट्रैटेजिक सिस्टम्स लिमिटेड (केएसएसएल) को एक बड़ा ऑर्डर दिया है। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत कंपनी नौसेना को एडवांस अंडरवाटर सिस्टम्स की सप्लाई करेगी। इस कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 250 करोड़ रुपये से अधिक है। साथ ही, इसकी डिलीवरी फास्ट ट्रैक खरीद प्रक्रिया के तहत नवंबर 2026 तक पूरी की जाएगी।
यह समझौता भारतीय नौसेना की मैरीटाइम डोमेन अवेयरनेस बढ़ाने और हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ते अंडरवाटर खतरों का तेजी से मुकाबला करने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत नौसेना को स्वदेशी अनमैन्ड मैरीटाइम सिस्टम मिलेंगे, जो निगरानी, बारूदी सुरंगों से बचाव और सुरक्षित संचार को बढ़ाएंगे। कल्याणी स्ट्रैटेजिक सिस्टम्स लिमिटेड के ऑटोमैटेड अंडरवाटर व्हीकल्स और अन्य मानवरहित प्लेटफॉर्म नौसेना को लंबे समय तक गुप्त निगरानी करने, डेटा जुटाने और बिना किसी मानव जोखिम के रणनीतिक क्षेत्रों की सुरक्षा करने में सक्षम बनाएगे।
Underwater Surveillance
इन नए सिस्टम से माइन काउंटरमेजर्स के क्षेत्र में भी बड़ा सुधार होगा। तैनात किए गए ऑटोमैटेड अंडरवाटर व्हीकल्स (एयूवी) बारूदी सुरंगों का तेजी से और सुरक्षित रूप से पता लगाकर उन्हें निष्क्रिय करने में मदद करेंगे। इससे न केवल नौसेना अभियानों में जोखिम घटेगा, बल्कि कमर्शियल शिपिंग भी सुरक्षित रहेगी।
केएसएसएल की इन नई तकनीकों में पानी के अंदर सुरक्षित संचार याानी सिक्योर अंडरवाटर कम्यूनिकेशन और क्रिप्टोग्राफिक डेटा लिंक भी शामिल हैं, जो विवादित इलाकों में कमांड-एंड-कंट्रोल को मजबूती देंगे। यह सिस्टम ऑटोनॉमस प्लेटफॉर्म बेड़े की कमान को आवश्यक जानकारी सुरक्षित रूप से भेजने में मदद करेंगे।
Underwater Surveillance रक्षा उद्योग के लिए यह कॉन्ट्रैक्ट आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। भारत अब मुश्किल अन्मैंडर सिस्टम का उत्पादन घरेलू स्तर पर कर रहा है, जिससे न केवल टेक्नोलॉजी ट्रांसफर को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रक्षा खरीद में समय भी घटेगा।
