📍नई दिल्ली | 11 Nov, 2025, 2:20 PM
JeM Audio Threat: दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण ब्लास्ट के बाद एक नया ऑडियो संदेश सामने आया है, जिसमें पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के डिप्टी चीफ अब्दुल रऊफ अजहर ने भारत को खुले तौर पर धमकी दी है। ऑडियो में रऊफ अज़हर यह कहते सुना जा सकता है, “हमने हथियार खरीद लिए हैं और वे अब दिल्ली की ओर ताने हुए हैं। भारत का रक्षा खर्च उसे बचा नहीं पाएगा।”
इस धमकी भरे ऑडियो की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां इसे बेहद गंभीरता से ले रही हैं। भारत की खुफिया एजेंसियों ने इसे पाकिस्तान की ओर से दी जा रही एक डराने वाली रणनीति बताया है।
सूत्रों के मुताबिक, यह वही अब्दुल रऊफ अजहर है जिसे भारतीय सेना ने कुछ महीने पहले ऑपरेशन सिंदूर में मारा गया बताया था। लेकिन इस नए ऑडियो के सामने आने के बाद यह संकेत मिल रहा है कि वह अभी जिंदा है और पाकिस्तान में छिपा हुआ है।
रऊफ अजहर, जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का छोटा भाई है और लंबे समय से संगठन को चला रहा है। वह पहले भी भारत में कई बड़े आतंकी हमलों की साजिशों में शामिल रहा है।
JeM Audio Threat: पीएम मोदी और रक्षा मंत्री की सख्त चेतावनी
सोमवार शाम हुए रेड फोर्ट ब्लास्ट में कम से कम 13 लोगों की मौत हुई थी और दो दर्जन से ज्यादा घायल हुए थे। इस घटना के बाद भारत में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो इस समय भूटान दौरे पर हैं, उन्होंने कहा, “दिल्ली में जो दुखद घटना हुई है, मैं उन परिवारों का दर्द समझ सकता हूं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। हमारी एजेंसियां पूरी गंभीरता से जांच कर रही हैं। दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि “जो लोग इस हमले के जिम्मेदार हैं, उन्हें किसी भी हालत में नहीं छोड़ा जाएगा।”
JeM Audio Threat: कौन है अब्दुल रऊफ अजहर?
अब्दुल रऊफ अज़हर, जिसे मुफ्ती रऊफ असगर के नाम से भी जाना जाता है, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर का रहने वाला है। वह देओबंदी सुन्नी इस्लामिक स्कूल ऑफ थॉट से जुड़ा है, जो जैश-ए-मोहम्मद की विचारधारा की नींव है।
उसका भाई मसूद अजहर संगठन का चेहरा रहा है, लेकिन कई बार जब मसूद अजहर पृष्ठभूमि में रहा, तब रऊफ ही जैश का वास्तविक संचालन प्रमुख बना रहा। वह पर्दे के पीछे रहकर संगठन के लिए फंडिंग, भर्ती और ऑपरेशन की जिम्मेदारी संभालता है।
भारत पर रऊफ अजहर के आतंकी हमले
रऊफ अजहर का नाम भारत में हुए कई बड़े आतंकी हमलों से जुड़ा हुआ है। 1999 में आईसी-814 विमान अपहरण में उसकी भूमिका सबसे अहम थी। इस अपहरण के बाद भारत को मजबूरी में मसूद अज़हर को रिहा करना पड़ा, जिसने बाद में जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की।
2001 में हुए भारतीय संसद हमले में भी उसका नाम सामने आया। माना जाता है कि यह हमला जैश और लश्कर-ए-तैयबा के संयुक्त नेटवर्क द्वारा किया गया था।
2005 में अयोध्या मंदिर हमले, 2014 में कठुआ आर्मी कैंप पर हमला, 2016 में पठानकोट एयरबेस हमला, और 2019 में पुलवामा हमले, इन सभी में रऊफ अजहर की भूमिका रही है। पुलवामा हमले में 42 सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे। इस हमले में उसका और मसूद अजहर दोनों का नाम चार्जशीट में शामिल है।
भारतीय खुफिया सूत्रों ने बताया कि यह ऑडियो संदेश भय और अस्थिरता फैलाने की कोशिश है। यह धमकी ऐसे समय आई है जब भारत में हाल ही में कई आतंकी नेटवर्कों का भंडाफोड़ हुआ है, जिनमें फरीदाबाद, जम्मू-कश्मीर और दिल्ली से जुड़े मॉड्यूल शामिल हैं।
एजेंसियों ने कहा कि “जैश-ए-मोहम्मद की यह धमकी केवल एक राजनीतिक और मनोवैज्ञानिक संदेश है। यह दिखाने की कोशिश है कि संगठन अभी भी सक्रिय है।”
दिल्ली में ब्लास्ट के बाद सुरक्षा एजेंसियां सोशल मीडिया, फोन कॉल रिकॉर्ड और बॉर्डर मूवमेंट्स पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। वहीं, पाकिस्तान के अंदर कई आतंकी समूहों की गतिविधियों को भी ट्रैक किया जा रहा है।
