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Independence Day 2025: ऑपरेशन सिंदूर में दुश्मन को मजा चखाने वाले 9 एयर फोर्स और 4 सेना कर्मियों को वीर चक्र, 7 को सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल

भारतीय वायु सेना के चार अफसरों को युद्धकालीन विशिष्ट सेवा पुरस्कार सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया जा रहा है, जो शांति काल के परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM) के समकक्ष है...

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कुल 13 सैनिकों को वीर चक्र (Vir Chakra) से सम्मानित किया गया है, जो वॉरटाइम का तीसरा सबसे बड़ा गैलेंट्री अवॉर्ड है। इनमें नौ अधिकारी भारतीय वायुसेना (IAF) से और चार अधिकारी भारतीय थलसेना से हैं। वीर चक्र उन सैनिकों को दिया जाता है, जिन्होंने युद्ध के दौरान असाधारण साहस और वीरता का प्रदर्शन किया हो...
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📍नई दिल्ली | 14 Aug, 2025, 9:52 PM

Independence Day 2025: भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के लिए 127 वीरता पुरस्कार और 40 विशिष्ट सेवा पुरस्कारों को मंजूरी दी। इनमें ऑपरेशन सिंदूर में असाधारण वीरता और नेतृत्व दिखाने वाले 13 कर्मियों को वीर चक्र और सात वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल (SYSM) से सम्मानित किया गया। भारतीय वायु सेना के चार, नेवी के एख और सेना को दो अफसरों को युद्धकालीन विशिष्ट सेवा पुरस्कार सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल से सम्मानित किया जा रहा है, जो शांति काल के परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM) के समकक्ष है।

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कुल 13 सैनिकों को वीर चक्र (Vir Chakra) से सम्मानित किया गया है, जो वॉरटाइम का तीसरा सबसे बड़ा गैलेंट्री अवॉर्ड है। इनमें नौ अधिकारी भारतीय वायुसेना (IAF) से और चार अधिकारी भारतीय थलसेना से हैं। वीर चक्र उन सैनिकों को दिया जाता है, जिन्होंने युद्ध के दौरान असाधारण साहस और वीरता का प्रदर्शन किया हो।

Independence Day 2025: वीर चक्र पाने वाले वायुसेना अधिकारी

ऑपरेशन सिंदूर में असाधारण वीरता के लिए 13 कर्मियों को वीर चक्र से सम्मानित किया गया, जो युद्धकाल में तीसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है। भारतीय वायु सेना के नौ अधिकारियों में शामिल हैं:

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– ग्रुप कैप्टन रंजीत सिंह सिद्धू
– ग्रुप कैप्टन मनीष अरोड़ा
– ग्रुप कैप्टन अनिमेष पाटनी
– ग्रुप कैप्टन कुनाल कालरा
– विंग कमांडर जॉय चंद्रा
– स्क्वाड्रन लीडर सरथक कुमार
– स्क्वाड्रन लीडर सिद्धांत सिंह
– स्क्वाड्रन लीडर रिजवान मलिक
– फ्लाइट लेफ्टिनेंट अर्शवीर सिंह ठाकुर

इन अधिकारियों ने पाकिस्तान के मुरिदके और बहावलपुर में आतंकी मुख्यालयों और दुश्मन के सैन्य ठिकानों पर सटीक और साहसी हमले किए। वायु सेना के पायलटों ने छह पाकिस्तानी विमानों को मार गिराया, जिसमें एक बड़ा विमान शामिल था, जिसे 300 किलोमीटर की दूरी से नष्ट किया गया। यह सतह से हवा में मार करने का सबसे बड़ा रिकॉर्ड माना जा रहा है।

थल सेना के चार कर्मियों में शामिल हैं:

– कर्नल कोशांक लांबा (302 मीडियम रेजिमेंट)
– लेफ्टिनेंट कर्नल सुशील बिष्ट (1988 मीडियम बैटरी)
– नायब सूबेदार सतीश कुमार (4 डोगरा)
– राइफलमैन सुनील कुमार (4 जम्मू और कश्मीर लाइट इन्फैंट्री)

इन जवानों ने सीमा पार आतंकवादियों के ठिकानों को ध्वस्त करने में निर्णायक भूमिका निभाई।

सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल

ऑपरेशन सिंदूर में अहम योगदान देने के लिए भारतीय वायुसेना के चार और सेना के तीन अफसरों को सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल (Sarvottam Yudh Seva Medal – SYSM) प्रदान किया गया। यह वॉरटाइम डिस्टिंग्विश्ड सर्विस अवॉर्ड है, जो वायु सेना की रणनीतिक क्षमता को दर्शाता है। इसके अलावा पहली बार नौसेना से वाइस एडमिरल संजय जसजित सिंह (रिटायर्ड), जो वेस्टर्न नेवल कमांड के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ रहे हैं, को सम्मानित किया गया है।

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1. लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा, उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ
2. लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, पूर्व डीजीएमओ
3. वाइस एडमिरल संजय जसजित सिंह (रिटायर्ड), पूर्व फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, वेस्टर्न नेवल कमांड
4. एयर मार्शल नरमदेश्वर तिवारी, वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ
5. एयर मार्शल नागेश कपूर, एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, सदर्न एयर कमांड
6. एयर मार्शल जितेंद्र मिश्रा, एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ, वेस्टर्न एयर कमांड
7. एयर मार्शल ए.के. भारती, डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशंस

चार कीर्ति और 15 वीर चक्र

राष्ट्रपति ने चार कीर्ति चक्र, 15 वीर चक्र, 16 शौर्य चक्र, दो बार टू सेना मेडल, 58 सेना मेडल, छह नौसेना मेडल, 26 वायु सेना मेडल, सात सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल, नौ उत्तम युद्ध सेवा मेडल और 24 युद्ध सेवा मेडल को मंजूरी दी। इसके अलावा, 290 मेंशन-इन-डिस्पैचेस (Mention-in-Despatch) भी घोषित किए गए, जिनमें 115 सेना, पांच नौसेना, 167 वायु सेना और तीन बॉर्डर रोड्स डेवलपमेंट बोर्ड से हैं। साथ ही, आठ थल सेना, एक वायु सेना और दो नौसेना कर्मियों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया।

कीर्ति चक्र से सम्मानित चार सेना कर्मियों में शामिल हैं:

– कैप्टन लालरिनावमा साइलो (4 पैरा, स्पेशल फोर्सेस)
– लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी (सेना सेवा कोर)
– लांस नायक मीनाची सुंदरम ए (34 राष्ट्रीय राइफल्स)
– सिपाही जंजाल प्रवीण प्रभाकर (1 राष्ट्रीय राइफल्स)

ऑपरेशन सिंदूर 7 मई 2025 को 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था। इस आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी। भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए।

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ऑपरेशन के दौरान भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के कई एयरबेस को भी निशाना बनाया। S-400, आकाश मिसाइल प्रणाली और स्वदेशी रडार ने 800-900 पाकिस्तानी ड्रोनों को सफलतापूर्वक नष्ट किया। एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने बताया था कि भारतीय वायुसेना ने पांच पाकिस्तानी फाइटर जेट्स और एक बड़े एयरक्राफ्ट को मार गिराया। यह एयरक्राफ्ट या तो इलेक्ट्रॉनिक इंटेलिजेंस (ELINT) विमान था या एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW\&C) सिस्टम।

वॉरटाइम और पीसटाइम अवॉर्ड्स

वॉरटाइम गैलेंट्री अवॉर्ड्स में सबसे ऊपर परमवीर चक्र होता है, उसके बाद महावीर चक्र और फिर वीर चक्र। पीसटाइम में सबसे बड़ा सम्मान अशोक चक्र है, उसके बाद कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र।

वॉरटाइम सर्विस अवॉर्ड्स में सबसे ऊपर सर्वोत्तम युद्ध सेवा मेडल (SYSM) होता है, उसके बाद उत्तम युद्ध सेवा मेडल (UYSM) और फिर युद्ध सेवा मेडल (YSM)। पीसटाइम सर्विस अवॉर्ड्स में सबसे बड़ा परम विशिष्ट सेवा मेडल (PVSM), फिर अतिविशिष्ट सेवा मेडल (AVSM) और विशिष्ट सेवा मेडल (VSM) होता है।

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  • News Desk

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