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High Altitude Adventure: आदि कैलाश, ओम पर्वत और लिपुलेख दर्रे तक साइकिल से पहुंचे भारतीय वायुसेना के जवान, वाइब्रेंट विलेज प्रोजेक्ट दी मजबूती

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📍नई दिल्ली | 16 Nov, 2024, 1:25 PM

High Altitude Adventure: भारतीय वायुसेना (IAF) ने हाल ही में एक ऐतिहासिक साहसिक यात्रा पूरी की है। इस एडवेंचर ट्रिप के तहत साइकिलिस्ट आदिकैलाश, ओम पर्वत और लिपुलेख दर्रे की ऊंचाइयों तक को साइकिलों से पहुंचे। इस साहसिक यात्रा का नेतृत्व ग्रुप कैप्टन भावना मेहरा ने किया। इस साइकिल यात्रा को IAF स्टेशन आगरा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोजेक्ट’ के तहत आयोजित किया गया था। यह यात्रा उत्तराखंड के आठ जिलों को पार करते हुए लिपुलेख दर्रे तक पहुंची।

High Altitude Adventure: IAF Cyclists Reach Adi Kailash, Om Parvat, and Lipulekh Pass, Strengthening the Vibrant Village Project

साहसिक यात्रा का उद्देश्य

इस ऐतिहासिक अभियान का उद्देश्य भारतीय वायुसेना के जवानों की अद्वितीय शारीरिक और मानसिक ताकत को दिखाना था। यह यात्रा न केवल शारीरिक साहस का प्रतीक थी, बल्कि इससे देशवासियों को भी यह प्रेरणा मिलती है कि कैसे कठिन परिस्थितियों में भी भारतीय सैनिक कैसे हर चुनौती को पार करते हैं। यह यात्रा प्रधानमंत्री के ‘वाइब्रेंट विलेज प्रोजेक्ट’ के तहत भी अहम है, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती क्षेत्रों में जीवनस्तर को सुधारना और इन क्षेत्रों की सुरक्षा को बढ़ावा देना है।

High Altitude Adventure: IAF Cyclists Reach Adi Kailash, Om Parvat, and Lipulekh Pass, Strengthening the Vibrant Village Project

यात्रा की खासियतें

इस यात्रा की शुरुआत 11 नवंबर को हुई थी। जिसमें भारतीय वायुसेना के दस साइकिलिस्टों ने आदिकैलाश (16,000 फीट), ओम पर्वत (15,500 फीट) और लिपुलेख दर्रे (16,750 फीट) की यात्रा शुरू की। यह तीनों स्थल न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि उच्चतम पर्वत श्रृंखलाओं में स्थित होने के कारण शारीरिक दृष्टि से भी बहुत चुनौतीपूर्ण हैं। इन स्थलों तक पहुंचने के लिए इन साइकिलिस्टों को न केवल कड़ी चुनौतियों को पार किया, बल्कि शारीरिक और मानसिक तौर पर भी कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

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इस यात्रा का नेतृत्व करने वाली ग्रुप कैप्टन भावना मेहरा का कहना है कि यह अभियान उनके लिए एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन उनकी टीम ने अपने दृढ़ निश्चय और सामूहिक प्रयासों से इसे सफलतापूर्वक पूरा किया। उन्होंने यह भी बताया कि इस यात्रा का उद्देश्य न केवल भारतीय वायुसेना के जवानों की शारीरिक क्षमताओं को दिखाना था, बल्कि यह देश की सुरक्षा और वेलफेयर से संबंधित कई अहम पहलुओं पर भी प्रकाश डालने का प्रयास था।

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भारतीय वायुसेना का साहस और दृढ़ संकल्प

इस अभियान में शामिल सभी साइकिलिस्टों ने कठिन रास्तों और ऊंचाईयों पर साइकिल चलाकर यह साबित किया कि भारतीय वायुसेना के जवान किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। यह अभियान वायुसेना के जवानों के साहस, टीमवर्क और राष्ट्रीय गर्व का प्रतीक है। टीम ने न केवल शारीरिक रूप से कठिन रूट को पार किया, बल्कि मानसिक रूप से भी बहुत बड़ा दबाव झेला। इस अभियान में हर सदस्य ने अपनी सीमाओं को पार करते हुए यह सिद्ध कर दिया कि वायुसेना के जवान मुश्किल से मुश्किल परिस्थितियों में भी अपने मिशन को पूरा करने में सक्षम होते हैं।

14 नवंबर को इस यात्रा का समापन लिपुलेख दर्रे पर हुआ, जो 16,750 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह सफलता भारतीय वायुसेना के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और इसने सभी भारतीयों को यह संदेश दिया है कि जब हम एकजुट होते हैं, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं होता। इस साहसिक यात्रा ने वायुसेना के जवानों के मनोबल को मजबूत किया है, और देशवासियों को भी यह एहसास कराया है कि हमारे सैनिकों का साहस और उनके प्रति हमारी सराहना कभी कम नहीं होनी चाहिए।

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वहीं, इस अभियान के आयोजक, भारतीय वायुसेना स्टेशन आगरा ने इस यात्रा को शानदार रूप से आयोजित किया, जिससे यह पूरे मिशन को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सका। यह घटना न केवल भारतीय वायुसेना के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय के रूप में दर्ज होगी, बल्कि यह भविष्य में और भी ऐसे साहसिक अभियानों को प्रेरित करेगी, जो भारतीय सैनिकों के अद्वितीय साहस और समर्पण को दर्शाएंगे।

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हरेंद्र चौधरी
हरेंद्र चौधरीhttp://harendra@rakshasamachar.com
हरेंद्र चौधरी रक्षा पत्रकारिता (Defence Journalism) में सक्रिय हैं और RakshaSamachar.com से जुड़े हैं। वे लंबे समय से भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना से जुड़ी रणनीतिक खबरों, रक्षा नीतियों और राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मुद्दों को कवर कर रहे हैं। पत्रकारिता के अपने करियर में हरेंद्र ने संसद की गतिविधियों, सैन्य अभियानों, भारत-पाक और भारत-चीन सीमा विवादों, रक्षा खरीद और ‘मेक इन इंडिया’ रक्षा परियोजनाओं पर विस्तृत लेख लिखे हैं। वे रक्षा मामलों की गहरी समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं।📍 Location: New Delhi, in 🎯 Area of Expertise: Defence, Diplomacy, National Security

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