📍नई दिल्ली | 5 months ago
Fire Fury Corps: भारतीय सेना के फायरफ्यूरी कॉर्प्स के सिग्नलर्स ने एक महत्वपूर्ण और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने सियाचिन और दौलत बेग ऑल्डी (DBO) की बर्फीली ऊँचाइयों पर ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी स्थापित की है। 18,000 फीट से अधिक की ऊँचाई पर स्थित हाई एल्टीट्यूड इलाकों में ऑप्टिकल फाइबर केबल्स को बिछाने का यह मिशन न केवल चुनौतीपूर्ण था, बल्कि यह इन क्षेत्रों की कठिन परिस्थितियों के बावजूद पूरा किया गया।
बर्फीले और क्रेवास बने बाधा
सुपर हाई एल्टीट्यूड सियाचिन और DBO जैसे क्षेत्रों में मौसम की परिस्थितियां बेहद कठोर होती हैं। यहाँ की बर्फीली हवाएँ, हड्डियाँ जमा देने वाली ठंड, और खतरनाक दरारों (क्रेवास) के बीच ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाना एक मुश्किल काम था, क्योंकि इसके लिए ना केवल तकनीकी कौशल की आवश्यकता थी, बल्कि शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत होने की भी जरूरत थी।
लेकिन भारतीय सेना के सिग्नलर्स ने यह साबित किया कि अगर दृढ़ संकल्प हो, तो कोई भी मुश्किल रास्ता पार किया जा सकता है। उन्होंने इन बर्फीली ऊँचाइयों पर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क को बिछाने के लिए उन खतरनाक दरारों को पार किया, जहाँ कभी-कभी बर्फ के नीचे विशाल दरारें छुपी होती हैं।
प्रयास और समर्पण की मिसाल
यह कार्य तकनीकी तौर पर बेहद मुश्किल था। लेकिन अपना तकनीकी कौशल दिखाते हुए जवानों ने अपने प्र.ास औऱ समर्पण की नई मिसाल पेश की। सियाचिन जैसे कठिन क्षेत्र में, जहां हर कदम पर जान जोखिम में डालनी पड़ती है, वहां सिग्नलर्स ने एक उदाहरण प्रस्तुत करते हुए बिना किसी डर के, कठोर से कठोर परिस्थितियों में भी अपनी जिम्मेदारी को निभाया और ऑप्टिकल फाइबर को बिछाया।
सिग्नलर्स ने बर्फीले तूफानों, तेज हवाओं और जमा देने वाली सर्दी के बावजूद यह सुनिश्चित किया कि रिमोट इलाकों को जोड़ा जाए और उनसे संपर्क की एक सशक्त और निरंतर कड़ी स्थापित की जाए।
कनेक्टिविटी के फायदे
ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क के बिछाए जाने से भारतीय सेना को कई रणनीतिक लाभ मिलेंगे। यह नेटवर्क न केवल सामरिक उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि इससे भारतीय सेना के अभियानों को और भी सशक्त बनाया जाएगा। इन क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी के कारण सैनिकों को अब तुरंत जानकारी मिलेगी, जिससे उनकी रेस्पॉन्स क्षमता में बढ़ोतरी होगी। इसके अलावा, इस कनेक्टिविटी का उपयोग सैनिकों को आपातकालीन स्थितियों में सहायता प्रदान करने के लिए भी किया जाएगा।
Reaching Out To The Farthest & The Highest Battlefield
Amidst the icy heights of #Siachen and #DBO the firefurycorps #Signallers braved the toughest weather conditions to ensure optical fibre connectivity at heights above 18000 feet.
For the very first time and against all… pic.twitter.com/FKuIDgi5tx
— @firefurycorps_IA (@firefurycorps) November 25, 2024
सियाचिन और DBO जैसे मुश्किल इलाकों में ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाना एक अद्वितीय मिशन था, जिसे अंजाम देने में सिग्नलर्स ने पूरी दुनिया को यह दिखा दिया कि मनुष्य की इच्छाशक्ति की कोई सीमा नहीं होती। यह न केवल एक तकनीकी सफलता थी, बल्कि यह भारतीय सेना के हर सैनिक की मेहनत और समर्पण का प्रतीक भी बन गया।
इस सफलता से यह स्पष्ट हो जाता है कि भारतीय सेना ने एक बार फिर साबित किया है कि वह किसी भी कठिनाई को पार करने की क्षमता रखती है। सियाचिन और DBO जैसी खतरनाक जगहों पर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क की सफलता भारतीय सेना की तकनीकी और शारीरिक मजबूती का प्रतीक है। यह न केवल भारतीय सेना के लिए गर्व की बात है, बल्कि समूचे राष्ट्र के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत है।