📍नई दिल्ली | 8 Oct, 2025, 7:49 PM
Indian Air Force Day 2025: भारतीय वायुसेना दिवस 2025 के 93वें समारोह के अवसर पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने भारतीय वायुसेना के सभी अधिकारियों, जवानों, पूर्व वायुसैनिकों उनके परिवारों को हार्दिक शुभकामनाएं दीं। अपने संदेश में उन्होंने भारतीय वायुसेना की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि वायुसेना ने कई बार यह साबित किया है कि एयर पावर किस प्रकार रणनीतिक नतीजों को प्रभावित कर सकती है।
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उन्होंने विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख किया, जिसमें भारतीय वायुसेना ने दुश्मन के इलाके में अंदर तक जाकर सटीक हमले किए। सीडीएस जनरल चौहान ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने आधुनिक तकनीक और शानदार ट्रेनिंग के बल पर हर परिस्थिति में देश की सुरक्षा को मजबूत किया है।
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय वायुसेना के प्रदर्शन की प्रशंसा की। उन्होंने वायुसेना के जटिल सेंसर और रडार नेटवर्क की सराहना की, जिसने दुश्मन के लड़ाकू विमानों, एरियल वेपन्स और ड्रोन को प्रभावी ढंग से ट्रैक और एंगेज किया।
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के दौरान सरफेस टू एयर मिसाइल (SAM) और काउंटर अनमैन्ड एरियल सिस्टम्स (CUAS) ने भारतीय थलसेना की एयर डिफेंस यूनिट्स के साथ मिलकर इंटीग्रेटिड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (IACCS) के तहत बिना किसी रुकावट के काम किया। इन प्रयासों से ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शानदार नतीजे हासिल किए गए।
सीडीएस ने भारतीय वायुसेना द्वारा आधुनिकीकरण के लिए किए जा रहे लगातार प्रयासों की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना स्वदेशी प्लेटफॉर्म को शामिल कर, एडवांस वेपंस सिस्टम्स को अपनाकर और आधुनिक सिद्धांतों को विकसित कर एक सक्षम और तकनीकी रूप से सशक्त वायुसेना के रूप में उभरी है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक युद्ध की प्रकृति तेजी से बदल रही है। भविष्य के संघर्ष तकनीक-प्रधान, तेज और कई क्षेत्रों में एक साथ लड़े जाएंगे। इन परिस्थितियों में एयर पावर आधुनिक युद्ध का निर्णायक तत्व होगा।
जनरल अनिल चौहान ने भारतीय वायुसेना की मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) अभियानों में निभाई जा रही भूमिका को भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “भारतीय वायुसेना ने युद्धग्रस्त क्षेत्रों में फंसे नागरिकों को बचाकर और प्राकृतिक आपदाओं के दौरान महत्वपूर्ण मदद प्रदान करके लगातार अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया है।”
उन्होंने कहा कि दशकों से भारतीय वायुसेना देश के आसमान की सुरक्षा का प्रतीक रही है और आपदाओं के समय सबसे पहले नागरिकों की मदद के लिए पहुंची है।