📍नई दिल्ली | 8 Sep, 2025, 9:38 PM
CCC 2025 Kolkata: भारतीय सेनाएं इस महीने देश की सबसे महत्वपूर्ण सैन्य विचार-विमर्श बैठक कम्बाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस (Combined Commanders’ Conference – CCC) 2025 का आयोजन करने जा रही हैं। यह सम्मेलन 15 से 17 सितंबर तक कोलकाता में होगा और इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस उच्च स्तरीय सम्मेलन में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, रक्षा राज्य मंत्री, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, रक्षा सचिव और विभिन्न मंत्रालयों के सचिव भी मौजूद रहेंगे।
CCC 2025 Kolkata: ऑपरेशनल तैयारी पर फोकस
इस साल सम्मेलन की थीम है– ईयर ऑफ रिफॉर्म्स – ट्रांसफॉर्मिंग फॉर द फ्यूचर यानी सुधारों का वर्ष: भविष्य के लिए बदलाव। इसमें मुख्य रूप से इंस्टीट्यूशनल रिफॉर्म्स, डीप इंटीग्रेशन प्रोसेस और टेक्नोलॉजी मॉर्डेनाइजेशन पर चर्चा होगी। इसके साथ ही मल्टी डोमेन ऑपरेशनल तैयारियों को मजबूत करने पर भी जोर दिया जाएगा।
भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के शीर्ष अधिकारी बदलते भू-राजनीतिक हालात में सुरक्षा चुनौतियों और युद्ध की नई रणनीतियों पर विचार करेंगे। इस दौरान ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, आर्गेनाइजेशनल रिफॉर्म्स और भविष्य के जॉइंट मिलिट्री विजन पर भी चर्चा की जाएगी।
CCC 2025 Kolkata: ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े सबक पर होगी चर्चा
इस कॉन्फ्रेंस का एक अहम एजेंडा मई 2025 में हुए ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े सबक और अनुभव होंगे। ऑपरेशन सिंदूर को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद लॉन्च किया गया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया।
यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत की निर्णायक सैन्य कार्रवाई के रूप में देखा गया और इसमें तीनों सेनाओं ने मिलकर काम किया। अब इस कॉन्फ्रेंस में उस ऑपरेशन से सीखे गए सबक, आधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल और जॉइंट ऑपरेशंस की रणनीति पर गहन चर्चा होगी।
CCC 2025 Kolkata: पीएम करेंगे संबोधित
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सीडीएस जनरल अनिल चौहान सम्मेलन में टॉप मिलिट्री अफसरों को संबोधित करेंगे। यह सम्मेलन ईस्टर्न कमांड के मुख्यालय कोलकाता में होगा।
प्रधानमंत्री देश की सुरक्षा से जुड़ी नीतियों की सुप्रीम बॉडी कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) के अध्यक्ष हैं, जबकि रक्षा मंत्री डिफेंस एक्विजिशन काउंसिल (DAC) के चेयरमैन हैं। इसलिए इस कॉन्फ्रेंस के एजेंडे पर लिए गए फैसलों का असर सीधे देश की सुरक्षा नीतियों और डिफेंस मॉर्डेनाइजेशन पर पड़ेगा।
कम्बाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस में अलग-अलग रैंकों के अधिकारियों और सैनिकों से भी संवाद किया जाता है। इससे जमीनी स्तर की चुनौतियों और अनुभवों को टॉप लेवल की रणनीति में शामिल किया जाता है। इस बार भी सम्मेलन में इंटरेक्टिव सेशन होंगे जिनमें विभिन्न रैंकों के अधिकारी हिस्सा लेंगे। यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। वर्ष 2014 तक यह सम्मेलन दिल्ली में होता था, लेकिन उसके बाद इसे अलग-अलग स्थानों पर आयोजित किया जाने लगा। अब तक यह सम्मेलन INS विक्रमादित्य पर, देहरादून, जोधपुर और भोपाल जैसे शहरों में आयोजित हो चुका है। इस बार पहली बार यह कोलकाता में हो रहा है।
CCC 2025 Kolkata: चीन और पाकिस्तान से बढ़ती चुनौतियां
इस सम्मेलन का आयोजन ऐसे समय हो रहा है जब चीन की नौसैनिक गतिविधियां हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ रही हैं और पाकिस्तान के साथ उसका सामरिक सहयोग भारत के लिए नई चुनौतियां खड़ी कर रहा है। इसके अलावा साइबर, स्पेस और ड्रोन जैसे नए बैटलफील्ड भी सेनाओं के सामने हैं। इन सबको ध्यान में रखते हुए सीसीसी 2025 में ऑपरेशनल रेडीनेस यानी हर हालात में तैयार रहने पर विशेष जोर रहेगा।
वहीं, भारतीय सेनाएं इस समय मॉर्डनाइजेशनप्रक्रिया से गुजर रहे हैं। थलसेना में थिएटर कमांड्स पर विचार चल रहा है, नौसेना में नए युद्धपोत और पनडुब्बियों का निर्माण हो रहा है और वायुसेना में आधुनिक लड़ाकू विमान, ड्रोन और एयर डिफेंस सिस्टम शामिल किए जा रहे हैं। कॉन्फ्रेंस में इन सभी पहलुओं की प्रगति और भविष्य की जरूरतों पर भी समीक्षा होगी।
ध्यान देने वाली यह है कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहली बार होगा जब प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री टॉप मिलिट्री लीडरशिप के साथ आमने-सामने बैठकर मिलिट्री मॉर्डनाइजेशन और रिफॉर्म्स पर चर्चा करेंगे। इस वजह से इस कॉन्फ्रेंस को और भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।