📍देहरादून | 12 Oct, 2025, 12:36 PM
Ex-Servicemen Rally: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के गढ़ी कैंट स्थित जसवंत सिंह ग्राउंड में शनिवार को देवभूमि मेगा एक्स-सर्विसमैन रैली का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में 5,000 से अधिक पूर्व सैनिकों ने हिस्सा लिया। इस आयोजन की मेजबानी हेडक्वार्टर उत्तराखंड सब एरिया ने की थी। कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए।
राज्यपाल ने पूर्व सैनिकों को बताया “राष्ट्रीय संपत्ति”
इस अवसर पर राज्यपाल ने पूर्व सैनिकों को देश की “राष्ट्रीय संपत्ति” बताते हुए उनके अमूल्य योगदान के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने हाल ही में धराली क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा का उल्लेख करते हुए कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। उन्होंने 14 राजपूताना राइफल्स के उन वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने इस आपदा में कर्तव्य निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।
राज्यपाल ने भारतीय सेना के साहस और अदम्य मनोबल की प्रशंसा करते हुए कहा कि भारतीय सेना और सिविल प्रशासन के प्रयासों से प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से हालात सामान्य हुए। उन्होंने केंद्र सरकार की सराहना करते हुए भरोसा जताया कि उत्तराखंड भविष्य में और अधिक मजबूत और आपदा-प्रबंधन के प्रति जागरूक राज्य बनेगा।
कार्यक्रम में राज्यपाल ने सेना, नौसेना और वायुसेना के उन सभी पूर्व सैनिकों का धन्यवाद किया, जिन्होंने राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान जारी रखा है। उन्होंने सभी शहीदों को नमन करते हुए कहा कि उनका बलिदान सदैव प्रेरणास्रोत रहेगा।
इस अवसर पर राज्यपाल ने वार वाउंडेड फाउंडेशन के कार्यों की भी सराहना की, जिसका नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) असीत मिस्त्री और ब्रिगेडियर (रि.) हरचरण सिंह कर रहे हैं। उन्होंने 14 दिव्यांग पूर्व सैनिकों को मोटराइज्ड स्कूटर दिए जाने की पहल की सराहना की। इसके साथ ही 20 वीर नारियों को भी सम्मानित किया। राज्यपाल ने उन्हें उनके साहस और त्याग के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि देश सदैव उनके योगदान का ऋणी रहेगा।
सीडीएस बोले- जल्द खुलेगा वेटरन्स वेलनेस एंड सेवा केंद्र
वहीं, सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने अपने संबोधन में राष्ट्र निर्माण में पूर्व सैनिकों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि वीरों की भूमि उत्तराखंड ने हमेशा अपने सैनिकों के साहस और वीरता से देश को गौरवान्वित किया है। उन्होंने बताया कि भारतीय सेनाएं अब आधुनिक युद्ध रणनीतियों और अत्याधुनिक तकनीकों को तेजी से अपना रहे हैं।
उन्होंने कहा, “भारत एक शांतिप्रिय राष्ट्र है, लेकिन अपनी संप्रभुता पर किसी भी खतरे को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।” उन्होंने पूर्व सैनिकों की निष्ठा, सेवा भावना और कर्तव्यनिष्ठा की प्रशंसा करते हुए युवाओं से उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
सीडीएस ने यह भी कहा कि देहरादून मिलिट्री स्टेशन में जल्द ही एक “इंटीग्रेटेड वेटरन्स वेलनेस एंड सेवा केंद्र” बनाया जाएगा, जो तकनीकी सुविधाओं से लैस एक आधुनिक केंद्र होगा। उन्होंने विश्वास जताया कि यह प्रोजक्ट जल्द ही पूरा हो जाएगा।
इस अवसर पर 21 कंपनियों द्वारा जॉब फेयर आयोजित किया गया, जिसमें रोजगार के अवसर प्रदान किए गए। बैंकिंग और सरकारी योजनाओं की जानकारी देने वाले स्टॉल भी लगाए गए। साथ ही पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के लिए मुफ्त मेडिकल कैंप भी लगाया गया।
इस आयोजन में सेंट्रल कंमाड के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता, त्तर भारत एरिया के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल डीजी और उत्तराखंड सब एरिया के जीओसी मेजर जनरल एमपीएस गिल समेतत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।