📍नई दिल्ली | 8 Oct, 2025, 1:58 PM
Air force Day 2025: भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने बुधवार को 93वें वायुसेना दिवस के मौके पर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सावधानीपूर्वक बनाई गई योजना, सटीक ट्रेनिंग और शानदार कार्रवाई का एक बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन ने कुछ ही दिनों में पाकिस्तान के अंदर तक जाकर उसके सैन्य और आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर एयर वॉरियर्स को संबोधित करते हुए एपी सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर यह दिखाता है कि अनुशासित ट्रेनिंग, सटीक योजना और दृढ़ संकल्प के साथ क्या कुछ हासिल किया जा सकता है।” उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन में भारत की साहसिक कार्रवाई ने दिखा दिया कि एयर पॉवर किस तरह से कुछ ही दिनों में युद्ध की दिशा बदल सकती है। बता दें कि हिंडन एयरबेस पर तीन साल बाद वायुसेना दिवस आयोजित किया जा रहा है।
पहलगाम में 22 अप्रैल को 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या के बाद भारत ने 7 मई की रात को पाकिस्तान और पाक के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले शुरू किए। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने नौ आतंकवादी शिविरों को निशाना बनाया और अंतरराष्ट्रीय सीमा या नियंत्रण रेखा को पार किए बिना पाकिस्तान के भीतर तक जा कर हमला किया, जो पाकिस्तान के लिए अप्रत्याशित था।
भारतीय वायुसेना ने केवल 23 मिनट में इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया। इस दौरान वायुसेना ने पाकिस्तान के चीनी एयर डिफेंस सिस्टम को जाम किया और रडार से बचते हुए पाकिस्तान के मिलिट्री और आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया किया।
“ऑपरेशन सिंदूर ने एयर पावर की अहमियत दिखाई”- एयर चीफ
एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर में हमारे प्रदर्शन ने हमें प्रोफेशनली गर्व से सिर ऊंचा कर दिया है। इसने दुनिया को दिखाया कि कैसे एयर पावर को कुछ ही दिनों में निर्णायक तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। भारत के सटीक और साहसिक हवाई हमलों ने देश में आक्रामक हवाई कार्रवाई की अहमियत को लोगों के मन में दोबारा मजबूती से बिठा दिया है।”
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन के दौरान स्वदेशी हथियार प्रणालियों जैसे आकाश मिसाइल और ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ने जबरदस्त प्रभाव छोड़ा है। दुश्मन की सीमा में अंदर तक जाकर की गई सटीक स्ट्राइक ने स्वदेशी तकनीकी क्षमताओं पर वायुसेना के भरोसे को सही साबित किया।
एयर चीफ ने बताया कि ऑपरेशन में भारत ने आकाश और ब्रह्मोस जैसी स्वदेशी मिसाइल प्रणालियों का इस्तेमाल किया। इन मिसाइलों ने पाकिस्तान के भीतर गहराई में स्थित ठिकानों को सटीकता से निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि इन हथियारों का शानदार प्रदर्शन इस बात का प्रमाण है कि भारत की स्वदेशी क्षमताएं अब रियल वार सिचुएशंस में भी पूरी तरह सक्षम हैं।
नाकाम रही पाकिस्तान की जवाबी कोशिश
8 मई को पाकिस्तान ने गुजरात से लेकर पंजाब तक भारतीय सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और वैक्टर के जरिए हमला करने की कोशिश की। इसके बाद 9–10 मई की रात को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तानी रडार सिस्टम को धोखा देने के लिए कई डमी और बिना पायलट वाले विमान तैनात किए, जिन्हें देखकर पाकिस्तान ने अपने रडार और मिसाइल सिस्टम एक्टिवेट कर दिए।
इस दौरान पाकिस्तान ने चीनी HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम और अन्य मिसाइल सिस्टम एक्टिवेट किए, जिससे भारतीय सर्विलांस सिस्टम को उनके असली ठिकानों की सटीक जानकारी मिल गई। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने फॉलो-अप स्ट्राइक में पाकिस्तान के कई एयरबेस, रनवे, राडार स्टेशन और कमांड सेंटर्स को निशाना बनाया।
9–10 मई की रात को भारतीय वायुसेना ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, स्कैल्प और अन्य प्रिसिजन एम्युनिशन का इस्तेमाल किया। इन हमलों में हैंगर में मैंटेनेंस के लिए खड़े पाकिस्तान के पांच अमेरिकी एफ-16 लड़ाकू विमान जमीन पर ही नष्ट कर दिए गए। इसके अलावा सात अन्य विमान, जिनमें जेएफ-17 और एक निगरानी अवॉक्स विमान शामिल थे, वे भी इस हमले में तबाह हो गए।
भारतीय वायुसेना प्रमुख ने हाल ही में अपनी वार्षिक प्रेस ब्रीफिंग में बताया था कि पाकिस्तान को कुल 12 विमानों का नुकसान हुआ था।
93वें वायुसेना दिवस के मौके पर अपने संबोधन में एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने कहा, “1932 में चार वापिति विमानों से शुरू हुई भारतीय वायुसेना आज विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायुसेना बन चुकी है, जिसने हर युद्ध और संकट में देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज के अनिश्चित वैश्विक माहौल में वायु शक्ति राष्ट्रीय सुरक्षा का निर्णायक उपकरण बन चुकी है और भारतीय वायुसेना हर चुनौती के लिए तत्पर है।”
उन्होंने कहा कि पाहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद भारत ने मानवीयता-विरोधी कार्रवाई का सटीक और दृढ़ जवाब दिया। भारतीय वायुसेना ने इतने सटीक हमले किए कि पाकिस्तान को संघर्षविराम की बातचीत के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर हमारे इतिहास का एक स्पष्ट और अमिट उदाहरण है, जो राष्ट्र सेवा में हमारी अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एयर चीफ ने कहा कि भारतीय वायुसेना न केवल युद्ध में बल्कि आपदा और संकट के समय भी देश के लिए सबसे पहले खड़ी होती है। बाढ़, प्राकृतिक आपदाओं और विदेशी संघर्ष क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने में वायुसेना ने हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने यह दिखाया कि भारतीय वायुसेना न केवल युद्धक्षेत्र में बल्कि मानवीय मिशनों में भी कितनी सक्षम है।