📍देहरादून | 19 Oct, 2025, 9:49 PM
COAS Visits Uttarakhand: भारतीय थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रविवार को सेंट्रल सेक्टर के अग्रिम इलाकों का दौरा किया, जहां उन्होंने सेना की ऑपरेशनल रेडीनेस और स्थानीय लोगों के साथ सिविल-मिलिट्री तालमेल की समीक्षा की। यह दौरा रणनीतिक दृष्टि से बेहद अहम नेपाल और चीन की सीमाओं के नजदीक कुमाऊं इलाके में हुआ।
जनरल द्विवेदी ने पिथौरागढ़ और उससे सटे ऊंचे इलाकों में तैनात फॉर्मेशंस का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें एडवांस सर्विलांस सिस्टम्स, स्पेशलिस्ट मोबिलिटी प्लेटफॉर्म्स, और नेक्स्ट-जेन टेक्नोलॉजी इंटीग्रेशन जैसी आधुनिक क्षमताओं की जानकारी दी गई। उन्होंने मुश्किल पर्वतीय इलाकों में सैनिकों के साहस, अनुशासन और तकनीकी दक्षता की सराहना की।
🚨 COAS Visits Forward Areas in Central Sector 🇮🇳
Army Chief Gen. Upendra Dwivedi visited forward posts in the Central Sector to review operational readiness and boost civil–military ties.
He assessed high-altitude deployments in Pithoragarh, reviewed new surveillance tech,… pic.twitter.com/LwWmMQpOch— Raksha Samachar | रक्षा समाचार 🇮🇳 (@RakshaSamachar) October 19, 2025
सेना प्रमुख ने दुर्गम स्थानों पर तैनात जवानों से मुलाकात कर उनके जज्बे की तारीफ की और उन्हें दीपावली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना हर परिस्थिति में देश की सुरक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है और “सर्विस बेफोर सेल्फ” की भावना से कार्य कर रही है।
अपने दौरे के दौरान जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने कुमाऊं रेजिमेंट की गौरवशाली परंपरा को नमन किया और ऑपरेशन सद्भावना और वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के अंतर्गत चल रही योजनाओं की भी समीक्षा की, जिनमें गरब्यांग और कालापानी जैसे सीमावर्ती गांवों में टेंट-आधारित होमस्टे, हाइब्रिड पावर सिस्टम, सड़क निर्माण और पॉलीहाउस एग्रीकल्चर सपोर्ट शामिल हैं। उन्होंने कहा कि कुमाऊं में भारतीय सेना “स्ट्रेंग्थ विद कम्पैशन” की मिसाल पेश कर रही है, सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ सीमावर्ती समुदायों को सशक्त बना रही है।