📍नई दिल्ली / गुआम | 12 Nov, 2025, 9:13 PM
Exercise Malabar 2025: क्वाड देशों भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में बड़ी एक्सरसाइज शुरू की है। एक्सरसाइज मालाबार 2025 के तहत चारों देशों की नौसेनाएं पश्चिमी प्रशांत महासागर के ट्रेनिंग एरिया में 10 से 18 नवंबर तक बड़े पैमाने पर संयुक्त अभ्यास कर रही हैं। जहां हार्बर फेज (10-12 नवंबर) में योजना और चर्चा तथा सी फेज (13-17 नवंबर) में जॉइंट ड्रिल्स (जैसे एंटी-सबमरीन वारफेयर, गनरी, फ्लाइट ऑपरेशंस) शामिल हैं।
यह अभ्यास क्वाड देशों के बीच सामरिक तालमेल और समुद्री सुरक्षा को और मजबूत करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। भारत और अमेरिका के बीच 1992 में शुरू हुआ यह नौसैनिक अभ्यास अब चार देशों की भागीदारी के साथ एक प्रमुख मल्टी-नेशनल एक्सरसाइज बन चुका है। पहले यह भारत औऱ अमेरिका के बीच द्विपक्षीय अभ्यास था, जिसके बाद 2015 में जापान शामिल हुआ औऱ 2020 में ऑस्ट्रेलिया ने इसमें सक्रिय रूप से इसमें भाग लिया है।
ऑस्ट्रेलिया की नौसेना ने अपनी एंजैक-क्लास फ्रिगेट एचएमएएस बैलरत और पी-8ए पोसीडन मैरीटाइम पैट्रोल एयरक्राफ्ट को इस अभ्यास में शामिल किया है। यह विमान गुआम स्थित एंडरसन एयर बेस से उड़ान भर रहा है। वहीं भारत की तरफ से आईएनएस सहयाद्री, जापानी मैरीटाइम सेल्फ-डिफेंस फोर्स की तरफ से जेएस (जैपनीज शिप) सुजुनामी (अकीजुकी-क्लास डिस्ट्रॉयर) और अमेरिका की तरफ से यूएसएस फिट्जगेराल्ड (अर्ले बर्क-क्लास गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर) शामिल हो रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के चीफ ओएफ जॉइंट आपरेशंस वाइस एडमिरल जस्टिन जोन्स ने कहा कि इंडो-पैसिफिक में बदलते सुरक्षा माहौल के बीच साझेदारी और सामूहिक अभ्यास पहले से कहीं अधिक जरूरी हो गए हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह के अभ्यास देशों को साझा चुनौतियों का सामना करने, आपसी कोआर्डिनेशन बढ़ाने और सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने में मदद करते हैं।
वाइस एडमिरल जस्टिन जोन्स ने बताया कि इस अभ्यास के दौरान एंटी-सबमरीन वारफेयर, एयर डिफेंस और रीप्लेनिशमेंट ऐट सी जैसी कॉम्प्लेक्स ट्रेनिंग ड्रिल्स की जा रही हैं, जिससे भाग लेने वाले देशों के बीच आपसी भरोसा और तत्परता बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि “ऐसे अभ्यास हमें यह सुनिश्चित करने में मदद करते हैं कि हम किसी भी सामूहिक सुरक्षा चुनौती का एकजुट होकर सामना कर सकें।”
ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के कमांडिंग ऑफिसर कमांडर डीन युरेन ने कहा कि उनकी टीम क्षेत्र के सबसे पेशेवर और सक्षम साझेदारों के साथ काम करने को लेकर उत्साहित है। उन्होंने बताया कि एचएमएएस बैलरत, जिसमें 177 सदस्यीय क्रू और एक एमएच-60आर सीहॉक हेलिकॉप्टर तैनात है, एयर डिफेंस, सरफेस और अंडरवाटर वारफेयर जैसी कई ऑपरेशनों को अंजाम देने में सक्षम है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के अभ्यास हमारी तैयारियों को और बेहतर बनाते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि ऑस्ट्रेलिया और उसके सहयोगी इंडो-पैसिफिक में किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहें।
