📍नई दिल्ली | 18 Nov, 2025, 11:13 PM
Army Chief Sikkim Visit: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी दो दिवसीय सिक्किम के दौरे पर हैं। सेना प्रमुख ने दौरान सेना की ऑपरेशन तैयारियों का जायजा लिया। अपने इस दौरे में वे एलएसी के संवेदनशील इलाकों में तैनात सैनिकों से भी मिलेंगे और हालात की जमीनी समीक्षा भी करेंगे। यह इलाका चीन सीमा के बेहद करीब है और रणनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण माना जाता है।
सेना प्रमुख यह दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि 17 नवंबर को ही उन्होंने कहा था कि पिछले साल अक्टूबर से भारत-चीन संबंधों में सुधार आया है, और दोनों देशों के बीच चल रही बातचीत का उद्देश्य हालात को सामान्य बनाना है।
Army Chief Sikkim Visit: फॉरवर्ड पोस्टों की समीक्षा
18-19 नवंबर दो दिन के सिक्किम दौरे पर पहुंचे सेना प्रमुख सकलिंग, नाथू ला और उत्तरी सिक्किम के कई ऊंचाई वाली पोस्टों पर जाकर सैनिकों से मुलाकात करेंगे। साथ ही, तैनाती, रसद, मौसम संबंधी चुनौतियों और तकनीकी उपकरणों की उपलब्धता की जानकारी भी लेंगे। यह इलाका समुद्र तल से 15,000 से 17,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जहां सैनिक अत्यंत कठिन परिस्थितियों में सीमा की सुरक्षा करते हैं।
क्यों अहम है सिक्किम
भारत और चीन के बीच सीमा पर बेहतर संवाद के लिए कई व्यवस्थाएं पहले से मौजूद हैं। मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में तनाव के लगभग एक साल बाद दोनों देशों के बीच एक नई हॉटलाइन भी शुरू की गई थी। यह हॉटलाइन भारतीय सेना की कांग्रेस ला (उत्तर सिक्किम) पोस्ट और चीन की पीएलए की खाम्बा जोंग पोस्ट (तिब्बत) के बीच स्थापित की गई थी। इसका उद्देश्य सीमा पर भरोसा और समन्वय बढ़ाना है।
फिलहाल दोनों देशों की सेनाओं के बीच छह हॉटलाइन चल रही हैं, जिनमें दो पूर्वी लद्दाख में, दो सिक्किम में और दो अरुणाचल प्रदेश में हैं। इनमें दौलत बेग ओल्डी, चुशुल, नाथू ला, बुम ला और किबिथू जैसे महत्वपूर्ण पॉइंट शामिल हैं।
भारत और चीन के बीच लगभग 3,488 किमी लंबी सीमा है, जो जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश तक फैली हुई है। सिर्फ सिक्किम की सीमा लगभग 220 किमी लंबी है। सिक्किम की सीमाएं नेपाल और भूटान से भी मिलती हैं।
सिक्किम के दक्षिण में सिलीगुड़ी कॉरिडोर है, जिसे चिकन नेक कहा जाता है। यह इलाका सिर्फ 20-22 किमी तक संकरा हो जाता है और बेहद रणनीतिक महत्व रखता है। यही रास्ता उत्तर-पूर्व भारत को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है। इसी इलाके से राष्ट्रीय राजमार्ग, रेलवे लाइनें, पाइपलाइन और ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी गुजरती है। 2023 में केंद्र ने घोषणा की थी कि सीमा सुरक्षा से जुड़ी एजेंसियां शांति के समय भी सिलीगुड़ी कॉरिडोर की सुरक्षा मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएंगी।
गंगटोक में मुख्यमंत्री से मुलाकात
अपनी यात्रा के दौरान जनरल द्विवेदी गंगटोक पहुंचे और सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (गोलय) से उनके आधिकारिक निवास, सम्मान भवन, पर मुलाकात की। उनके साथ पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल विजय भूषण कुमार, त्रिशक्ति कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता और ब्लैक कैट डिविजन के जीओसी मेजर जनरल राजेश सेठी भी मौजूद थे।
सीएम तमांग ने कहा कि यह मुलाकात बेहद सकारात्मक रही और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से बात हुई। दोनों पक्षों ने राष्ट्रीय सुरक्षा, मिलिट्री-सिविल सहयोग, रणभूमि दर्शन प्रोग्राम और सिक्किम के पूर्व सैनिकों तथा वीर नारियों के कल्याण से जुड़े विषयों पर चर्चा की।
सिक्किम सरकार का रणभूमि दर्शन प्रोग्राम राज्य के लोगों को ऐतिहासिक युद्ध स्थलों और सीमावर्ती इलाकों का दौरा कराने की एक योजना है। इसका उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रभक्ति की भावना बढ़ाना है। सेना और सरकार ने इस कार्यक्रम पर संयुक्त काम को आगे बढ़ाने पर बात की।
सिक्किम भूकंप और भूस्खलन के लिए संवेदनशील राज्य है। इस कारण सेना और राज्य सरकार आपदा प्रबंधन में मिलकर काम करती हैं। बैठक में मिलिट्री-सिविल फ्यूजन प्रोजेक्ट्स पर भी चर्चा हुई, जिनमें सड़कें, हेलीपैड, संचार और राहत कार्यों में सहयोग शामिल है।
सिक्किम के सैकड़ों जवान भारतीय सेना में सेवा दे चुके हैं। मुख्यमंत्री ने सेना प्रमुख को बताया कि राज्य सरकार वेटरन्स और वीर नारियों के लिए कल्याण योजनाओं को मजबूत कर रही है। सेना प्रमुख ने इन प्रयासों की सराहना की।
Army Chief Sikkim Visit – एक दिन पहले ही भारत-चीन संबंधों पर बोले थे सेना प्रमुख
अपने सिक्किम दौरे से एक दिन पहले 17 नवंबर को नई दिल्ली में आयोजित ‘चाणक्य डिफेंस डायलॉग’ के कार्यक्रम में जनरल द्विवेदी ने भारत-चीन संबंधों पर बोलते हुए कहा था कि अक्टूबर 2024 के बाद दोनों देशों के रिश्तों में धीरे-धीरे सुधार दिख रहा है। उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर को पूर्वी लद्दाख में हुए समझौते और 24 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की बैठक ने हालात को सामान्य करने में बड़ी भूमिका निभाई है।
Army Chief Sikkim Visit जनरल द्विवेदी के मुतबिक, पिछले एक साल में दोनों देशों में सैन्य स्तर पर लगभग 1,100 बार बातचीत हुई है, यानी औसतन हर दिन तीन इंटरैक्शन। उन्होंने कहा कि अब बातचीत का स्तर कोर कमांडरों से नीचे उतरकर बटालियन और कंपनी कमांडर स्तर तक आ गया है। इससे छोटे-मोटे विवाद वहीं पर तुरंत सुलझ जाते हैं और फाइलों में अटककर देरी नहीं होती।
