📍कोलकाता | 15 Sep, 2025, 9:21 PM
PM Modi at CCC: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कोलकाता में आयोजित 16वीं कॉम्बाइंड कमांडर्स कॉन्फ्रेंस (Combined Commanders’ Conference) का उद्घाटन किया। हर दो साल में आयोजित होने वाली इस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने कहा कि संयुक्तता, आत्मनिर्भरता और इनोवेशन ही भविष्य की चुनौतियों का सबसे बड़ा जवाब हैं। प्रधानमंत्री ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की सराहना की और यह संदेश दिया कि भारतीय सेना न सिर्फ देश की सुरक्षा बल्कि राष्ट्र निर्माण, एंटी-पाइरेसी मिशन, नागरिकों की सुरक्षित वापसी और आपदा राहत में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है।
कॉम्बाइंड कमांडर्स को आर्मर्ड फोर्सेस का सबसे बड़ा विचार-विमर्श मंच माना जाता है। इस बार का विषय है – ईयर ऑफ रिफॉर्म्स– ट्रांसफॉर्मेशन फॉर द फ्यूचर यानी सुधार का वर्ष – भविष्य के लिए परिवर्तन। इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य सशस्त्र बलों के टॉप मिलिट्री और सिविल लीडरशिप को एक मंच पर लाकर रक्षा तैयारियों पर चर्चा करना और भविष्य की सैन्य रणनीति का खाका तैयार करना है।

PM Modi at CCC: सुधारों पर जल्द से जल्द काम करे रक्षा मंत्रालय
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में भारतीय सशस्त्र बलों की सराहना की और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारतीय सेना हर परिस्थिति में देश की रक्षा करने में सक्षम है। उन्होंने न सिर्फ आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की बात की, बल्कि नौसेना के एंटी-पाइरेसी ऑपरेशन, विदेशी संघर्ष क्षेत्रों से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी और मानवतावादी सहायता (HADR) अभियानों में भी सशस्त्र बलों की भूमिका की भी सराहना की।
Thread 🧵 | PM Modi at Combined Commanders’ Conference 2025
1/ PM Shri @narendramodi inaugurated the 16th Combined Commanders’ Conference (CCC) in Kolkata today.
Theme: Year of Reforms – Transformation for the Future 🚀
The apex forum brings top civilian & military leadership… pic.twitter.com/1ZAGm7PsFx— Raksha Samachar | रक्षा समाचार 🇮🇳 (@RakshaSamachar) September 15, 2025
प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2025 को रक्षा सुधारों का वर्ष घोषित किया गया है और इस दिशा में जॉइंटनेस, आत्मनिर्भरता और इनोवेशन तीन प्रमुख स्तंभ होंगे। उन्होंने जॉइंटनेस को लेकर कहा कि तीनों सेनाओं को एक साथ मिलकर काम करना होगा ताकि हर परिस्थिति में अधिक प्रभावी और समन्वित कार्रवाई की जा सके। आत्मनिर्भरता के बारे में उन्होंने बोलते हुए कहा कि भारत को रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भर बनना होगा। उन्होंने निजी उद्योग, स्टार्ट-अप और एमएसएमई को भी रक्षा क्षेत्र में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया। वहीं, प्रधानमंत्री ने इनोवेशन को लेकर कहा कि नई तकनीकें जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी और स्पेस डोमेन आने वाले युद्धों का चेहरा बदल देंगी। इसलिए भारत को इन क्षेत्रों में तेजी से कदम बढ़ाने होंगे।
उन्होंने रक्षा मंत्रालय को निर्देश दिया कि इन सुधारों को जल्द से जल्द अमल में लाया जाए ताकि भविष्य की चुनौतियों का सामना मजबूती से किया जा सके।
प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि भारत को मल्टीफंक्शनल मिलिट्री तैयारियां रखनी होंगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में जियो-स्ट्रेटेजिक हालात बेहद जटिल हैं और ऐसे में भारतीय सेना को चुस्त और निर्णायक बनना होगा।
कॉन्फ्रेंस का फोकस इस बार तीन बिंदुओं रिफॉर्म्स, ट्रांसफॉर्मेशन और ऑपरेशनल प्रीपेयर्डनेस पर है। यह भारतीय सशस्त्र बलों की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है जिसमें संस्थागत सुधार, गहरी इंटीग्रेशन और तकनीकी आधुनिकीकरण शामिल हैं।

PM Modi at CCC: पीएम को दी ऑपरेशन सिंदूर के बाद के हालात की जानकारी
कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री को ऑपरेशन सिंदूर के बाद बनी नई परिस्थितियों के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई। ऑपरेशन सिंदूर मई 2025 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों का कोडनेम था। प्रधानमंत्री को बताया गया कि ऑपरेशन सिंदूर ने भविष्य की युद्ध रणनीति को एक नया आयाम दिया है। इसमें उभरती तकनीकें और नई टैक्टिक्स इस्तेमाल की गईं, जिसने भारत की सैन्य शक्ति को और अधिक प्रभावी बनाया।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दो वर्षों में लागू किए गए सुधारों की समीक्षा की और आने वाले दो वर्षों के लिए बनाई गई योजना पर भी चर्चा की। रक्षा मंत्रालय ने उन्हें विस्तार से बताया कि किन क्षेत्रों में सुधार किए गए हैं और किन पर काम जारी है।
इस कॉन्फ्रेंस में अगले दो दिनों तक विभिन्न ढांचागत, प्रशासनिक और ऑपरेशनल मुद्दों पर गहन समीक्षा की जाएगी। साथ ही बढ़ती वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारत की सैन्य तैयारियों पर चर्चा होगी।
PM Modi at CCC: मौजूद थी टॉप लीडरशिप
इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और डीआरडीओ प्रमुख डॉ. समीर वी. कामत समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। वहीं, रक्षा मंत्री 16 सितंबर को कमांडर्स को संबोधित करेंगे, जबकि 17 सितंबर को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अपनी बात रखेंगे।
PM Modi at CCC: सुधार और चुनौतियों पर मंथन
कॉन्फ्रेंस का एजेंडा इस बार बेहद व्यापक रखा गया है। इसमें न केवल ऑपरेशनल तैयारियों की समीक्षा होगी, बल्कि संरचनात्मक और प्रशासनिक सुधारों पर भी चर्चा होगी। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि यह कॉन्फ्रेंस आने वाले समय में भारतीय सेना की रणनीतिक दिशा तय करने में अहम साबित होगी। इसमें सभी रैंकों के अधिकारियों की राय शामिल की जाएगी ताकि जमीनी हकीकत भी सामने आ सके।