📍नई दिल्ली/थिम्पू | 21 hours ago
Project Dantak: सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासनल इन दिनों भूटान की यात्रा पर हैं। वे 2 अगस्त 2025 तक भूटान के आधिकारिक दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे भूटान में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट को लेकर बीआरओ की भूमिका को लेकर चर्चा करेंगे। बता दें कि बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन भूटान में पहले से ही प्रोजेक्ट दंतक चला रहा है।
लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने इस दौरान प्रोजेक्ट दंतक के तहत भूटान में चल रही और प्रस्तावित सड़क परियोजनाओं की समीक्षा भी की। प्रोजेक्ट दंतक 1960 में शुरू हुआ था, भूटान के सामाजिक-आर्थिक विकास (सोशियो-इकोनॉमिक डेवलपमेंट) में एक अहम साझेदार रहा है। इस दौरे के दौरान, डीजीबीआर ने भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक से भी मुलाकात की। इस दौरान भूटान के राजा ने प्रोजेक्ट दंतक के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में योगदान की सराहना की। इसके अलावा, डीजीबीआर लेफ्टिनेंट जनरल श्रीनिवासन भूटान के प्रधानमंत्री ल्योनछेन दाशो शेरिंग तोबगे से भी मिले। प्रधानमंत्री ने प्रोजेक्ट दंतक और बीआरओ के प्रयासों को भारत-भूटान सहयोग का आधार बताया और भूटान के व्यापक सामाजिक-आर्थिक विकास में उनके योगदान के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस लंबी साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता दोहराई।
🇮🇳🤝🇧🇹 Strengthening bonds through infrastructure!
Lt Gen Raghu Srinivasan, Director General Border Roads (DGBR), is on an official visit to Bhutan from July 28 to August 2, reaffirming India’s deep-rooted partnership with the Kingdom of Bhutan.
During his visit, the DGBR… pic.twitter.com/eKxHsPU9Y5— Raksha Samachar | रक्षा समाचार 🇮🇳 (@RakshaSamachar) July 30, 2025
Project Dantak: कॉन्फ्लुएंस-हा रोड का उद्घाटन
उनके इस दौरे के दौरान 1 अगस्त 2025 को भूटान के प्रधानमंत्री कॉन्फ्लुएंस-हा रोड का उद्घाटन भी करेंगे। प्रोजेक्ट दंतक के तहत इस महत्वपूर्ण सड़क खंड को प्राइमरी नेशनल हाईवे के मानकों पर अपग्रेड किया गया है। वानाखा से हा तक के इस रास्ते में पांच नए पुल, बेहतर रोड जियोमेट्री, और एडवांस सुरक्षा उपाय शामिल किए गए हैं। यह परियोजना 254 करोड़ रुपये की लागत से पूरी हुई है और यह हर मौसम में हा घाटी तक बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी। वहीं, इस सड़क के बन जाने से क्षेत्रीय विकास, टूरिज्म, और मिलिट्री लॉजिस्टिक्स को भी बड़ा फायदा होगा। हा घाटी की प्राकृतिक सुंदरता को देखने आने वाले पर्यटकों के लिए यह सड़क यात्रा को और सुगम बनाएगी।
भूटान के लिए महत्वपूर्ण है Project Dantak
प्रोजेक्ट दंतक ने 1960 में अपनी शुरुआत के बाद से भूटान के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य (लैंडस्केप) को बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके तहत फुंतशोलिंग-थिम्पू राजमार्ग से लेकर पारो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, दवाथांग अस्पताल, इंडिया हाउस एस्टेट, शेरुब्त्से कॉलेज, भूटान ब्रॉडकास्टिंग सर्विस स्टेशन जैसे कई एतिहासिक प्रोजेक्ट्स को पूरा किया है। हाल के वर्षों में, प्रोजेक्ट दंतक ने तख्ती पुल, कॉन्फ्लुएंस-हा और नंगालम-दवाथांग सड़कों पर मॉड्यूलर स्टील पुल, और दारंगा-त्राशिगांग और खोथाक्पा-त्शोबाले सड़कों को अपग्रेड करने के अलावा खासकर पूर्वी भूटान में कई बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स भी पूरे किए हैं।
फिलहाल, प्रोजेक्ट दंतक पश्चिमी और पूर्वी भूटान में कई महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण और सुधार में लगा हुआ है। इनमें खोथाक्पा-त्शोबाले, नंगालम-पनबांग, दवाथांग-सामद्रुपचोलिंग, और समरंग-जोमोत्सांगखा सड़कें शामिल हैं।
डीजीबीआर के दौरे के दौरान कई नई परियोजनाओं और सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा होने की उम्मीद है। प्रोजेक्ट दंतक की मौजूदा परियोजनाएं, जैसे खोथाक्पा-त्शोबाले और नंगालम-पनबांग सड़कें, भूटान के सुदूर क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। ये सड़कें न केवल स्थानीय लोगों के लिए आवागमन को आसान बनाएंगी, बल्कि व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा देंगी।

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