📍नई दिल्ली | 6 Jan, 2025, 5:18 PM
Pak airstrikes on Afghanistan: अफगानिस्तान के कुछ इलाकों में पाकिस्तानी हवाई हमलों में कई नागरिकों, जिनमें महिलाएं और बच्चे की मौत हुई है। भारत ने सोमवार को इन हमलों की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान पर अपने पड़ोसियों को दोषी ठहराने की पुरानी आदत का आरोप लगाया है। इस्लामाबाद का दावा है कि ये ठिकाने अफगानिस्तान की सीमा के अंदर स्थित थे, जहां से कथित तौर पर उसके खिलाफ हमले की योजना बनाई जा रही थी। हालांकि, अफगान अधिकारियों और अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स ने इन दावों पर सवाल उठाए हैं, और कहा है कि इन हमलों में निर्दोष नागरिक हताहत हुए हैं।
पाकिस्तान ने इन हमलों के जरिए अफगानिस्तान में मौजूद टीटीपी के आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाने की बात कही है। इस्लामाबाद का दावा है कि ये ठिकाने अफगानिस्तान की सीमा के अंदर स्थित थे, जहां से कथित तौर पर उसके खिलाफ हमले की योजना बनाई जा रही थी।
वहीं, भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “हमने महिलाओं और बच्चों सहित अफगान नागरिकों पर हुए हवाई हमलों की रिपोर्टों पर ध्यान दिया है। यह हिंसा न केवल निंदनीय है, बल्कि इससे क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को गंभीर खतरा है।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि निर्दोष नागरिकों को किसी भी कीमत पर निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पाकिस्तान पर अपने आंतरिक मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए झूठे आरोप लगाने का भी आरोप लगाया। जायसवाल ने कहा, “अपनी आंतरिक विफलताओं के लिए अपने पड़ोसियों को दोष देना पाकिस्तान की पुरानी आदत है।” उन्होंने पाकिस्तान के इन कृत्यों को दक्षिण एशिया में अस्थिरता बढ़ाने वाला बताया।
वहीं, इस मामले में अफगानिस्तान की ओर से भी तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। अफगान प्रवक्ता ने पाकिस्तान के दावों को खारिज करते हुए कहा, “यह हमला निर्दोष नागरिकों पर किया गया है। इसका आतंकवाद से कोई लेना-देना नहीं है।” अफगानिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस मामले में हस्तक्षेप करने और पाकिस्तान की जिम्मेदारी तय करने की अपील की है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय पर सामने आया है, जब दक्षिण एशिया में राजनीतिक और सुरक्षा स्थितियां लगातार खराब हो रही हैं। पाकिस्तान पहले ही आर्थिक संकट, बढ़ती महंगाई, और आतंरिक अस्थिरता का सामना कर रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान इन समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए ऐसे कदम उठा रहा है। वहीं, अफगानिस्तान भी, तालिबान के नियंत्रण में आने के बाद से, गहरे राजनीतिक और आर्थिक संकट से जूझ रहा है। ऐसे में इन हवाई हमलों ने दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा दिया है।
वहीं, भारत ने हमेशा से क्षेत्रीय शांति और स्थिरता पर जोर दिया है। अफगानिस्तान में शांति प्रक्रिया के दौरान भारत ने मानवीय सहायता के रूप में दवाओं, खाद्यान्न और अन्य आपातकालीन सामग्रियों की आपूर्ति की है। इस नाते, भारत ने अफगान लोगों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की है।
रणधीर जायसवाल ने कहा, “हम सभी पक्षों से संयम बरतने और बातचीत के माध्यम से तनाव को हल करने की अपील करते हैं। यह समय है कि क्षेत्रीय सहयोग को प्राथमिकता दी जाए और निर्दोष लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।”
विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना ने दक्षिण एशिया में स्थिरता के लिए एक बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बिगड़ते रिश्तों के मद्देनजर, अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए यह जरूरी हो जाता है कि वह हस्तक्षेप करे और दोनों देशों को शांतिपूर्ण संवाद के लिए प्रोत्साहित करे।